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थका स्वास्थ्य महकमा,,, पर देर रात तक टीकाकरण
गंभीर लापरवाही में हादसे का दोषी कौन
छतरपुर/ वेक्सीनेशन में नंबर बढ़ाने के लिये लोगो की जान के साथ क्या खिलवाड़ की जा रही हैं। दिन में वेक्सीन ख़त्म और उमड़ती भीड़। शाम को वेक्सीन उपलब्ध होती हैं तो रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में दिन भर के थके स्वास्थ्य महकमे को वेक्सीनेशन में झोक दिया जाता हैं। अगर देर रात तक इस टीकाकरण से कोई गंभीरता होती हैं तो इसका दोषी कौन होगा। यह सब कुछ टारगेट पूर्ति करने का चक्कर हैं। कहा जा रहा हैं कि नंबर बढ़ाने की होड़ में वह नहीं होना चाहिए जो हों रहा हैं….. अगर अवल्ल दौड़ में शामिल होना था तो आखिर दिन वक़्त वेक्सीन उपलब्ध क्यों नहीं हों पा रही हैं…..