एक्सक्लूसिवखास खबरडेली न्यूज़

ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल दलालों के माध्यम से कर रहा मेडीकल संचालकों से अवैध वसूली, लाइसेंस बनाने के नाम पर मांगी जा रही 40 हजार की रिश्वत

कैमिस्ट से रिश्वत मांगने पर ड्रग इंस्पेक्टर पहले भी हो चुका है सस्पेंड 

अरविन्द जैन
छतरपुर। छतरपुर शहर सहित जिले के दवा दुकानदारों को ड्रग इंस्पेक्टर की धौंस एवं अवैध वसूली से परेशान होना पड़ रहा है दरअसल दवा व्यवसाईयों का आरोप है कि ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल ने जब से छतरपुर जिले का चार्ज संभाला है तभी से आए दिन दलालों के माध्यम से अनावश्यक वसूली का प्रयास कर रहा हैं. जिससे मेडीकल व्यवसायी अनावश्यक रूप से परेशान हो रहे है, ड्रग इंस्पेक्टर के आने के बाद से ही संचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन के कार्यालय में ताला लटका मिलता है जिससे मेडीकल रीटेल सहित होलसेल विक्रेता नए लायसेंस एवं रिन्यू कराने चक्कर काटते रहते हैं ।

पीडि़त रविन्द्र उपाध्याय

जनसुनवाई में पहुंचे पीडि़त ने बताया, लायसेंस बनाने के नाम पर मांग रहा ४० हजार
ड्रग इंस्पेक्टर लखन लाल पटेल से परेशान होकर पीडि़त रविन्द्र उपाध्याय आज जनसुनवाई में पहुंचे जहां शिकायत करते हुए बताया कि ड्रग इस्पेक्टर लखन लाल पटेल मेडिकल का लाइसेंस बनाने के नाम पर 40000 रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं मुझे ६ माह से चक्कर कटवा रहे हैं कहते हैं कि नर्मदा अस्पताल के बगल में स्थित मेडिकल खोले रजनीश खरे नामक व्यक्ति से संपर्क कर और पैसे वहां जमा कर दो तुम्हारा लाइसेंस २ दिन में बन जायेगा । नहीं तो सालों चक्कर काटते रहोगे। मुझे और भी मेडीकल संचालकों ने बताया कि रजनीश खरे ड्रग इस्पेक्टर की वसूली करता है। रविन्द्र उपाध्याय ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर इसी तरह लोगों को फंसा कर रजनीश खरे से वसूली कराते है । पीडि़त की बात सुनकर जनसुनवाई के बाहर से मुंह छिपा कर भाग रहे ड्रग इंस्पेक्टर से जब पत्रकारों ने बात करनी चाही तो पत्रकारों को ही धमकाने लगे मुझे घेरकर मारना चाहते हो कहते हुए पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने की धमकी देते हुए कार भगाते हुए निकल गये ।

कैमिस्ट से रिश्वत मांगने पर ड्रग इंस्पेक्टर पहले हो चुका है सस्पेंड
कोरोना संक्रमण की आड़ में जबलपुर के दवा दुकानदारों पर धौंस जमाकर 10-10 हजार रुपए की अवैध वसूली करने के आरोप में ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल को सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन दवा व्यापारियो की शिकायत के बाद तत्कालीन कलेक्टर भरत यादव के जांच प्रतिवेदन के आधार पर संभाग आयुक्त महेशचंद्र चौधरी ने ड्रग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया था लेकिन बहाल होने के बाद उसे छतरपुर जिले में पदस्थ किया गया जहां भी वह अवैध वसूली करने से बाज नहीं आ रहा है ।

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

One Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!