रेत ठेका निरस्त होते ही छतरपुर जिले में अवैध रेत का कारोबार हुआ शुरु

रेत माफिया कर रहे हैं चोरी छिपे डंप
छतरपुर। जिले में अभी तक एक रेत का ठेकेदार था जो कि पूरे जिले में रेत का ठेका लिए हुए था। परंतु शासन की रॉयल्टी समय पर न चुकाने के कारण रेत ठेकेदार का ठेका निरस्त हो जाने के बाद से पूरे जिले में रेत माफिया सक्रिय हो गए हैं और वर्तमान स्थिति यह है कि केन नदी एवं उर्मिल नदी से रेत माफिया रेत निकालकर गुप्त स्थानों पर रेत का डंप कर रहे हैं ताकि बरसात के मौसम में रेत का अवैध कारोबार चलता रहे। इसके लिए जिले के नेता भी इस डंप कराने में अपनी अहम भूमिकानिभा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार रेत माफियों को पुलिस का पूरा संरक्षण प्राप्त है। हिनौता थाना प्रभारी एवं चंदला थाना प्रभारी के अलावा लवकुशनगर के कई थाना प्रभारियों के द्वारा रेत माफियों की सांठगांठ शुरु हो गई है। जिसके चलते धड़ल्ले से अब रेत का कारोबार चलेगा और शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगेगा। बिनापिटपास एवं बिना रॉयल्टी के धड़लले से यह रेत का कारोबार होने वाला है। जिले के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही रेत माफियों के खिलाफ शुरु नहीं की गई है। हालांकि इस संबंध में खनिज अधिकारी अमित मिश्रा का कहना है कि रेत ठेकदार का ठेका निरस्त होने के बाद अतिशीघ्र नए ठेकेदार की तलाश कर ठेका दिया जाएगा एवं अवैध रेत का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। रेत माफिया कितना ही पहुंच वाला क्यों न हो उसके खिलाफसख्त कार्यवाही होगी। फिलहाल छतरपुर जिले में ठेका निरस्त होने के बाद से पूरे जिले में रेत माफिया और गुर्गे सक्रिय हो गए हैं और अब नेताओं की पौवारा होने वाली है। जिले के कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह को लवकुशनगर क्षेत्र में अधिकारियों की कसावट करना चाहिए ताकि रेत का अवैध कारोबार रुक सके। ठेकानिरस्त होने के बाद भी छतरपुर में प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर रेत के आ रहे हैं। एक रेत माफिया ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि थानों से पूरी सेटिंग रहती है तभी तो हम लोग रेत का व्यापार कर रहे हैं। गुलगंज थानाप्रभारी पर भी रेत माफियों केसाथ रेत काअवैध कारोबार करायाजा रहा है। फिलहाल छतरपुर जिले में जब तक नए ठेकेदार को रेत का ठेका नहीं मिल जाता तब तक अवैध रेत का कारोबार धड़ल्ले से चलेगा और पूर्व ठेकेदार के गुर्गे भी इस रेत के कारोबार में जुटे रहेंगे। धड़ल्ले से जारी है रेत का अवैध परिवहनछतरपुर। लवकुशनगर क्षेत्र में उर्मिल नदी से रोक के बावजूद रेत का अवैध परिवहन धड़ल्ले से चल रहा है। रेत को निकालकर बारिश के पूर्व उसे अधिक से अधिक मात्रा में डंप करने की होड़ मची हुई है। इसी होड़ के बीच स्थानीय रेत माफियाओं के बीच झगड़े हो जाते हैं। लवकुशनगर क्षेत्र के ग्राम देवीखेड़ा में ऐसा ही एक झगड़ा सामने आया है। यहां रहने वाले उज्जवल नागर और उसके साथ मौजूद दो महिलाएं संध्या नागर और सियारानी नागर मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंची। यहां एक शिकायती आवेदन देते हुए इस परिवार ने बताया कि बीते रोज नीरज द्विवेदी नामक रेत माफिया ने एक ट्राले से उन्हें टक्कर मार दी। इसका विरोध करने पर पुलिस की मौजूदगी में नीरज द्विवेदी ने उज्जवल नागर से मारपीट कर दी। उधर नीरज द्विवेदी का कहना है कि उक्त परिवार यहां से गुजर रहे वाहनों से अवैध वसूली करता है। इस परिवार के द्वारा एक ट्राले को रोककर रूपए की मांग की जा रही थी जिसके कारण इन लोगों का आपस में विवाद हुआ मैं तो घटना स्थल पर मौजूद ही नहीं था। पैसों के लालच में मेरा झूठा नाम लिखाया जा रहा है। उधर लवकुशनगर थाना पुलिस ने भी इस मामले में दोनों पक्षों की बात सुनकर इसे जांच में लिया है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष ट्राले को लेकर आपस में लड़ रहे थे जिसे सुलझाने के लिए डायल 100 मौके पर पहुंची थी। विवाद सुलझाने के बाद उक्त दोनों पक्ष घटना स्थल से चले गए थे। इसके बाद एक पक्ष एसपी ऑफिस पहुंचकर अपने हिसाब से कहानी गढ़ रहा है।