भ्रष्टाचार को छिपाने और दोषियों को बचाने में लगा प्रशासन, भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ी नाली एवं सीसी रोड
3 माह में ढही नाली, 3 लाख की लीपापोती, 5 लाख डकारने वेल्युवेशन तैयार
छतरपुर। जिले की ग्राम पंचायतो मेें चल रहे विकास कार्यो में अधिकारी कर्मचारी कोरोना की इस महामारी में आपदा में अवसर तलाश कर फीलगुड में जुटे हुए हैं । कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी के इस जुमले को चरितार्थ करते नजर आ रहे हैं। दरअसल असल मामला छतरपुर जनपद की ग्राम पंचायत बंधीकला का है। यहां करीब 9 लाख 94 हजार रूपए की लागत से नाली निर्माण स्वीकृत हुआ था। पंचायत ने नाली का निर्माण शुरू कराया और 3 लाख रूपए निकाल कर बंदरबांट कर लिए। नाली निर्माण को 4 माह ही नहीं हुआ कि पूरी नाली धसक गई। नाली के बाकी निर्माण के लिए करीब 5 लाख रूपए को वेल्यूवेशन तैयार रखा हुआ है जो बजट आते ही धटिया निर्माण कर बंदरबांट कर लिया जाएगा। पंचायत के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी इस नाली और सीसी निर्माण के संबंध में जब संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई तो उन्होंने मजाकिया लहजे में मामले को बैठकर निबटा लेने की बात कही। इससे बात साफ है कि प्रशासन भ्रष्टाचारियों को छिपाने और दोषियों को बचाने में लगा हुआ है।
क्या है मामला
मामला छतरपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बंधीकला का है। जहां नाली निर्माण सिर्फ कागजों में दिखाकर बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देने की तैयारी की जा रही है। यहां करीब 10 लाख रूपए की लागत से नाली निर्माण होना था लेकिन निर्माण कार्य से जुड़े लोगों ने पूरी राशि की हड़प करने की तैयारी कर ली। दर असल सुनील विश्वकर्मा के मकान से लेकर बाबूलाल कुशवाहा के मकान तक पहले से सीसी रोड डाली गई थी। फिर क्या था निर्माण एजेंसी से जुड़े कर्मचारियों ने ऐसी जुगत लगाई की पूरी राशि ही डकार ली जाए। नाली का निर्माण शुरू हुआ, जिस नाली का निर्माण किया जा रहा है वह सीसी रोड़ के बगल से बनाई गई इसमें सीसी रोड से फासला देकर एक पट्टी बना दी गई और दुसरी तरफ सीसी रोड़ पर छाप करवा कर नाली बनाई गई जो महज 4 माह में धरासायी हो गई। इस तरह केवल एक पट्टी से नाली का निर्माण कर शासन का पैसा डकारने की तैयारी की जा रही है। जब इस संबंध में ग्राम पंचायत के सचिव चन्द्रभान पटेल से बात की गई तो वो भी गोल मोल जवाब देते नजर आए। उनका कहना था कि यदि इस प्रकार का घटिया काम होता है तो वे आगे पेमेंट नहीं कराएंगे।
बंधीकला ग्राम पंचायत बनी भ्रष्टचार का गढ़
घटिया निर्माण के मामले में बुधवार को ग्राम पंचायत निवासी एवं भाजयुमो महेवा मण्डल अध्यक्ष हरिओम त्रिपाठी के नेतृत्व में करीब एक दर्जन ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ एवं आरईएस के कार्यपालन यंत्री को घटिया नाली निर्माण की जांच के संबंध एक ज्ञापन सौंपा। श्री त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम पंचायत बंधीकला भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुकी है। पंचायत के सभी विकास कार्य घटिया तरीके से कराए जा रहे हैं। इसमें निर्माण कार्य में लगे सरपंच, सचिव और उपयंत्री शासन की राशि को डकार रहे हैं। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में भी मामले की शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीण ने कलेक्टर से हस्ताक्षेप कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिम्मदार बोले
आप गांव जाकर देख आयें वहां क्या हो रहा है, मुझें इस मामले की कोई जानाकरी नहीं है। फिर भी आपने मुझे जो जानकरी उपलब्ध कराई है उसकी जांच कराता हूँ।
मजहर अली
सीईओ,जनपद पंचायत छतरपुर
हम समझ गए आपकी बात। सेकेट्री से बोलता हूँ आप इस मामले को बैठकर निपटा लो ।
बालकेश चौरसिया
उपयंत्री जनपद