रेत का अवैध कारोबार आखिरकार किसके संरक्षण में चल रहा है, जिलाप्रशासन एवं पुलिस प्रशासन मौन क्यों?
छतरपुर। जिले में रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से आखिरकार किसकी शय पर किया जा रहा है। प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर गायत्री मंदिर के पास आते हैं और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को चुनौती देकर खुलेआम रेत का व्यापार रेत माफिया कर रहे हैं। जबकि जिले में रेत का ठेका जिस कंपनी को दिया गया था उसका ठेका निरस्त हो चुका है। बीते रोज खनिज विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त कार्यवाही कर लवकुशनगर क्षेत्र में कई जगह डंप रेत जब्त की गई एवं कई जगह छापामार कार्यवाही की गई परंतु छतरपुर शहर में धड़ल्ले से अवैध रेत का कारोबार चल रहा है लेकिन न तो पुलिस इन पर कोई कार्यवाही कर रही है और न ही खनिज विभाग रेत माफिया दोनों विभाग के अधिकारियों को चकमा देकर रेत का काम करने में लगे हुए हैं। सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार रेत माफियों का जिले के सभी थानों से महीना बंधा हुआ है इसके अलावा खनिज विभाग की भी इन लोगों को अंदरूनी सहमति प्राप्त है। 15 जून के बाद से रेत खनन पर सभी जिलों में रोक लगा दी गई परंतु छतरपुर कलेक्टर के द्वारा आज दिनांक तक रेत उत्खनन पर कोई रोक लगाने का आदेश जारी नहीं किया गया।