बुंदेलखंड का गौरव, 7 बार के सांसद डॉ वीरेंद्र कुमार कैबिनेट मंत्री की शपथ लेंगे
समूचे प्रदेश में खुशी की लहर, वीरेंद्रजी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की योजनाओं को प्राथमिकता से पूरा करेंगे
छतरपुर। मोदी कैबिनट 2.0 में हमारे क्षेत्र के गौरव और 7 बार के सांसद डॉ वीरेंद्र कुमार जी कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं। इससे प्रदेश भाजपा में खुशी की लहर दौड़ गई है। वीरेंद्र जी पहली बार 1996 में सागर से सांसद बने थे। उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे वर्ष 96, 98, 99 और 2004 में सागर से सांसद चुने गए। परिसीमन के बाद उन्हें टीकमगढ़-छतरपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया गया। वे वर्ष 2009, 2014 एवम 2019 से लगातार तीन बार से पूरी तन्मयता से टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र की सेवा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में डॉ वीरेंद्र कुमार पिछला लोकसभा चुनाव 3 लाख से अधिक मतों जीते हैं। यह उनकी आम जनता से बेहतर कनेक्टिविटी का परिणाम है कि वर्ष 2019 के चुनाव में वे लगातार सातवीं बार सांसद चुने गए हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री जी की संभावित कैबिनट में वे पहली पंक्ति में बैठे थे। इससे साफ संकेत मिलता है कि भाजपा में हर वर्ग, क्षेत्र को भरपूर प्रतिनिधित्व के अवसर मिलते हैं। डॉ वीरेंद्र कुमार वर्ष 2017 में भी केंद्र सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग में राज्यमंत्री बने थे। इसके अलावा वे लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर भी रह चुके हैं। केंद्र में मंत्री बनाए जाने के सवाल पर डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन और अपने प्रदेश-क्षेत्र की जनता की सेवा ही उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी और माननीय प्रधानमंत्री जी उन्हें जब-जब जो जिम्मेदारी देंगे, उसे वे पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे। इधर बुंदेलखंड में डॉ वीरेंद्र कुमार के मंत्री बनाये जाने से उनके सर्मथकों और पार्टी में खुशी की लहर दौड़ गयी। उनके प्रतिनिधि एवम जिला व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विवेक उप्पल ने कहा कि डॉ वीरेंद्र कुमार सादगी, ईमानदारी और कर्मठता से काम करने की मिसाल हैं। वे खुद को विवादों से दूर रखकर लोगों की भलाई में लगे रहते हैं। उन्हें बड़ी उपलब्धियों का श्रेय लेने मे भी रुचि नहीं रहती है। बल्कि चकाचौंध से दूरबेहद स्मूथ तरीके से अपने काम, क्षेत्र और कार्यकर्ताओं की मदद में लगे रहते हैं। संभवत: इसीलिए उन्हें केंद्रीय कैबिनेट में दोबारा स्थान