चरित्र प्रमाण पत्र के लिए 8वीं के छात्र की मां को दुष्कर्म सहना पड़ा
सागर। अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास के अधीक्षक सतीश गोलंदाज के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता महिला इसी छात्रावास में रहने वाले 8वीं के छात्र की मॉं हैं। हॉस्टल बदलने के लिए उसे चरित्र प्रमाण पत्र की जरूरत थी। महिला का आरोप है कि चरित्र प्रमाण पत्र खराब करने की धमकी देकर अधीक्षक ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
महिला अपने बेटे का चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने के लिए छात्रावास आई थी
बीना थाना पुलिस ने बताया कि नजदीक के गांव का रहने वाला छात्र बीना के हॉस्टल में रहकर 8वीं की पढ़ाई कर रहा था। 9वीं में आने के बाद दूसरे छात्रावास में एडमिशन लेने के लिए चरित्र प्रमाण पत्र की जरूरत थी। इसी के लिए 6 जुलाई को छात्र अपनी मां के साथ बीना स्थित छात्रावास पहुंचा था। यहां छात्रावास अधीक्षक सतीश गोलंदाज से मिला।
चरित्र प्रमाण पत्र बिगाड़ने की धमकी देकर कमरे में ले गया
पीड़िता का आरोप है कि, अधीक्षक ने बेटे को केबिन से बाहर भेज दिया। इसके बाद मुझसे बोला कि बेटे का अच्छे छात्रावास में एडमिशन कराना हो, तो मुझसे मिल लो, मेरी बात मान लो। नहीं तो ऐसा चरित्र प्रमाण पत्र बनाऊंगा कि बेटे की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। इसके बाद वह मुझे कमरे में ले गया और जबरदस्ती दुष्कर्म किया।
मामला दर्ज कराने चौकी से थाने और थाने से एसपी कार्यालय जाना पड़ा
इसके बाद मैं बजरिया पुलिस चौकी शिकायत करने पहुंची, तो उन्होंंने बीना थाने भेज दिया। बीना में महिला जांच अधिकारी नहीं होने से शिकायत लिखवाने के लिए इंतजार करना पड़ा। रिपोर्ट नहीं लिखे जाने पर एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। बीना थाना प्रभारी कमल सिंह निगवाल ने बताया, शिकायत पर छात्रावास अधीक्षक सतीश गोलंदाज के खिलाफ दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। मामले में जांच की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।