प्रतिबंध के बावजूद हो रहा खनन : धसान नदी के टीला घाट पर प्रशासन की कार्रवाई, एलएंडटी पकड़ी, लिफ्टर लेकर भागे रेत माफिया
अलीपुरा। जिले में रेत का ठेका निरस्त होने के बाद रेत का अवैध कारोबार करने वाले माफिया सक्रिय हो गए हैं। बीते रोज प्रशासन को रेत के अवैध उत्खनन की सूचना मिली जिसके बाद रात के समय प्रशासन की टीम ने छापामार कार्यवाही की। कार्यवाही के दौरान प्रशासन ने एक एलएनटी मशीन जप्त की है जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।जानकारी के मुताबिक नौगांव एसडीएम विनय द्विवेदी और तहसीलदार पियूष दीक्षित को धसान नदी के टीला घाट पर रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन की सूचना मिली जिसके बाद उन्होंने राजस्व अमले के साथ रात करीब 12 बजे घाट पर दबिश दी लेकिन यहां सन्नाटा मिला। थोड़ी देर छानबीन करने पर घाट से करीब आधा किलोमीटर दूर एक एलएनटी मशीन खड़ी मिली जिसे टीम ने जप्त कर अलीपुरा थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। कार्यवाही के दौरान एसडीएम, तहसीलदार के अलावा नायब तहसीलदार, माइनिंग इंस्पेक्टर रमाकांत तिवारी, अलीपुरा थाना प्रभारी डीडी शाक्य और गर्रोली चौकी प्रभारी सहित राजस्व अमला मौजूद रहा। रेत कारोबारी ने कार्यवाही पर उठाए सवाल रेत का कारोबार करने वाले फौजी नाम के व्यक्ति ने बताया कि पिछले 4 माह से घाट पर रेत का उत्खनन नहीं किया गया और न ही परिवहन किया गया। फौजी ने बताया कि उसने 30 लाख रुपए बतौर सिक्योरिटी जमा किए थे लेकिन मार्च और अप्रैल माह में मात्र 2 दिन ही रेत निकाल सके। रॉयल्टी जारी न होने के कारण रेत उत्खनन का कार्य पूरी तरह से बंद है। उसने कहा कि प्रशासन द्वारा एलएनटी जब्ती की कार्रवाई अवैधानिक है और अब वह इसके लिए कलेक्टर से मिलकर उन्हें अवगत कराएंगे। प्रशासन को मौके पर न ही कोई वाहन मिला था और न ही रेत परिवहन के कोई साक्ष्य। प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही अनुचित है।
प्रतिबंध के बावजूद हो रहा खनन
इस समय छतरपुर जिले के किसी भी घाट पर रेत खनन का ठेका नहीं है। ठेकेदार आनंदेश्वर कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया गया है। शासन द्वारा बारिश शुरू होते ही रेत खनन प्रतिबंधित कर दिया जाता है। लेकिन इसके बावजूद यह कारोबार और बढ़ रहा है। आलीपुरा थाना के डीडी शाक्य ने नया प्रभार संभाला है। लेकिन क्षेत्र में रेत का अवैध खनन उनके लिए कड़ी चुनौती बना हुआ है।