भाजपा कार्यकर्ता करेंगे सरकार की योजनाओं की निगरानी
सरकार की योजनाओं की निगरानी ग्राम पंचायत स्तर तक हो सके, मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को ग्राम पंचायत स्तर तक पावरफुल बनाने के लिए दीनदयाल अंत्योदय समितियों का गठन करने जा रही है। समिति के सदस्यों को सरकारी योजनाओं की निगरानी करने का अधिकार होगा। समिति के सदस्य अपने क्षेत्र में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल किए जाएंगे। ऐसा होने से अपने क्षेत्र में उनका दबदबा बढ़ेगा। नए मॉडल में समितियां राज्य, जिला, नगर, विकासखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर होंगी। प्रदेश में पंचायतों की बड़ी संख्या होने और जिला व राज्य स्तर पर इन समितियों के गठन से भाजपा से जुड़े पांच लाख से अधिक कार्यकर्ता इस काम से जुड़ जाएंगे। इन्हें सरकारी योजनाओं की निगरानी व सलाह के अधिकार होंगे। कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा।
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि ये जरूरी है कि अंतिम व्यक्ति तक योजना पहुंचे और साथ ही ये भी जरूरी है कि इसकी जानकारी भी हो कि योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन हो रहा या नही। इसके लिए कार्यकर्ता तैयार किए जाएंगे। भाजपा सरकार के पिछले पंद्रह साल में यह पहला अवसर होगा, जब सत्ता में कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है
जिला स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय समिति के अध्यक्ष प्रभारी मंत्री रहेंगे। योजनाओं की निगरानी के साथ क्रियान्वयन के स्तर पर कमियों में सुधार के लिए सिफारिश भी करेंगी। राज्य स्तरीय समिति में प्रत्येक जिले का एक प्रतिनिधि और नगर स्तरीय समिति में प्रत्येक वार्ड से एक प्रतिनिधि होगा।
योजनाएं बंद पड़ी है निगरानी किसकी करेंगे: कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि “आधे से अधिक योजनाओं को 15 सालों में सरकार ने खुद बंद कर दिया, कार्यकर्ता किस योजना की निगरानी करेंगे”? साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि ये कितनी भी निगरानी कर लें लेकिन जनता का पैसा नीरव मोदी और माल्या के पास ही जायेगा। योजनाओं को सरकार खुद नहीं चला पाई। अब सरकार लोगों को पॉलिटिकल लूट में शामिल कर रही है।