6 माह गुजरे, 50 फीसदी आबादी भी नहीं हुई वैक्सीनेट, सरकार नहीं दे पा रही पर्याप्त टीके, तीसरी लहर का खतरा करीब
छतरपुर। देश के असम और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के मामले सामने आने लगे हैं। कोरोना की इस लहर से लडऩे के लिए जिस वैक्सीन को सबसे कारगर हथियार बताया जा रहा है वह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने के कारण लोगों को मिल ही नहीं पा रही है। छतरपुर जिले में 16 जनवरी से शुरू हुआ कोरोना का वैक्सीनेशन 6 महीने बाद भी 50 फीसदी लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया है। अब तक 60 प्लस की लगभग 46 फीसदी और 18 प्लस की लगभग 25 फीसदी आबादी को ही कोरोना का पहला टीका मिल पाया है। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए फिलहाल सावधानी बरकरार रखनी होगी।पहले जनता ने दिखाई अरूचि, अब वैक्सीन का टोटाछतरपुर जिले में 16 जनवरी से कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हो गया था। टीकाकरण के पहले चरण में कोरोना योद्धाओं जिनमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सरकारी कर्मचारी शामिल थे उन्हें टीके लगाए गए थे। लगभग डेढ़ महीने बाद एक मार्च से 60 प्लस की आबादी को टीकाकरण के लिए चुना गया था जबकि 5 मई से 18 प्लस की आबादी को टीके मिलने शुरू हुए थे। शुरूआती चरणों में जनता कोरोना के टीके को लेकर भयभीत और डरी हुई थी इसलिए डोज होने के बावजूद भी लोगों ने टीका लगवाने में रूचि नहीं दिखाई। मई के बाद जब 18 प्लस की आबादी का टीकाकरण शुरू हुआ और 21 जून के बाद जब सरकार ने व्यापक प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत झोंकी तब आम जनता का रूझान टीके के तरफ इस तरह बढ़ा कि अब टीके ही उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जिले में लगभग 11 लाख लोगों को कोरोना के टीके लगाए जाने हैं। इनमें से 4 लाख 38 हजार 311 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए हैं। इस आबादी में से 3 लाख 77 हजार 917 लोगों को जहां पहला डोज उपलब्ध हो पाया है तो वहीं 60394 ऐसे लोग हैं जिन्हें कोरोना के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं। 6 महीने में 60 प्लस के 46 फीसदी लोग और 18 प्लस के लगभग 25 फीसदी लोग ही कोरोना का पहला या दूसरा डोज ले पाए हैं। कुल मिलाकर 6 महीने बाद भी जिले की 60 फीसदी से अधिक आबादी बगैर टीके के असुरक्षित घूम रही है। जुलाई से धीमी पड़ी रफ्तार, आज सिर्फ 8 हजार डोजकोरोना टीके के डोज उपलब्ध कराने के मामले में उत्पादन कर रहीं कंपनियां मांग के अनुसार पूर्ति नहीं दे पा रही हैं। सरकार ने 21 जून से लेकर 30 जून तक जब टीकाकरण का अभियान चलाया तब पर्याप्त मात्रा में डोज उपलब्ध कराए गए लेकिन जुलाई में पर्याप्त डोज नहीं मिल पा रहे हैं। सप्ताह में एक या दो दिन ही टीकाकरण हो पा रहा है। अब सोमवार को जिले में लगभग 30 केन्द्रों पर कुल 8 हजार डोज लगाए जाने हैं। छतरपुर के 4 केन्द्रों नंबर 1 स्कूल, राधाकृष्णन, नंबर 2, एवं क्रिश्चियन इंग्लिश स्कूल में बनाए गए केन्द्रों पर सिर्फ उन्हीं को टीके लगेंगे जिन्होंने पोर्टल पर स्लॉट बुक किया है। 4 बजे के बाद यदि टीके बचे तो ही ऑन स्पॉट बुकिंग पर टीके लग सकेंगे।