भाजपा सरकार में कर्मचारियों का शोषण, सड़क से सदन तक कर्मचारियों की आवाज उठाएंगे: आलोक चतुर्वेदी
छतरपुर। भाजपा सरकार में निचले स्तर के कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। अपने नंबर बढ़ाने के लिए सरकार और बड़े नौकरशाह कर्मचारियों को दिन-रात प्रताडि़त कर रहे हैं लेकिन उनके हक और अधिकारों को देने में सरकार आनाकानी कर रही है। इन कर्मचारियों की सभी मांगें जायज हैं। इन मांगों को उठाने के लिए मैं सड़क से लेकर सदन तक इनका साथ दूंगा। यह बात छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी ने सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे ग्रामीण विकास विभागों के कर्मचारियों के पण्डाल में कही। उल्लेखनीय है कि विभिन्न ग्राम विकास योजनाओं से जुड़े डेढ़ दर्जन से ज्यादा संगठनों के बैनर तले जिले भर के रोजगार सहायक, पंचायत सचिव और जनपद के कर्मचारी अनी मांगों को लेकर यहां धरने पर बैठे हैं। इन कर्मचारियों द्वारा वेतन विसंगतियों को दूर करने, संविदाकर्मियों को नियमित करने, वरिष्ठ अधिकारियों की प्रताडऩा से मुक्ति दिलाने जैसी मांगें उठाइ्र जा रही हैं। इनके हड़ताल पर जाने से ग्रामीण विकास से जुड़ीं कई योजनाएं ठप्प पड़ी हैं। कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष अनिरूद्ध मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार हमारी बात नहीं मानती है तो हमारा अनिश्चिकालीन धरना जारी रहेगा। इस मौके पर भूपेन्द्र गौतम, नारायण सिंह, चेतन अग्रवाल, राजकुमार पाठक, अमित खरे, प्रतिभा मिश्रा, अभिलाषा श्रीवास्तव, रामाधीन सेन, विनोद अवस्थी सहित अनेक कर्मचारी नेता मौजूद रहे। विधायक आलोक चतुर्वेदी के साथ पूर्व कृषि मण्डी अध्यक्ष डीलमणि सिंह बब्बूराजा सहित कई गणमान्य नागरिकों ने इन कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। पंचायत कर्मचारियों ने धरना देकर विधायक को सौंपा मांग पत्र नौगांव। मध्य प्रदेश पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत नवनियुक्त संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में समस्त पंचायतों के सचिव, रोजगार सहायक, मनरेगा के अधिकारी-कर्मचारी एवं संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। सोमवार को हड़ताल के पंडाल में विधायक नीरज दीक्षित पहुंचे और उन्होने प्रदेश सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया और कर्मचारियों की मांगों को विधानसभा में रखने का आश्वासन दिया। इस मौके पर बीएल परदेशी, हरिशंकर द्विवेदी, सीवेन्द्र, गोपाल प्रसाद शर्मा, रमेश यादव आदि मौजूद रहे।