जिस परिवार का बेटा गायब हुआ उसी परिवार को थाने में बैठाए रही पुलिस, लाश मिलने के बाद परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप
लोहा व्यापारी सुधीर अग्रवाल द्वारा परिवार को प्रताडि़त करने के ऑडियो वायरल
छतरपुर। एक व्यापारी के कहने पर बमीठा थाना पुलिस ने एक गरीब परिवार को 7 दिनों तक प्रताडि़त किया। जिस परिवार का बेटा अचानक लापता हुआ उसी परिवार को 7 दिनों तक गैरकानूनी तरीके से थाने में बैठाया गया। लापता बेटे को न तो पुलिस ने खोजा और न ही परिवार को खोजने दिया। अब बेटे की लाश बरामद होने के बाद परिवार ने पुलिस पर प्रताडऩा और छतरपुर के लोहा व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार को शक है कि उनके बेटे की हत्या कराई गई है। व्यापारी द्वारा पिछले दिनों बेटे के साथ गायब हुए रूपयों के लिए परिवार को दी गई धमकी के ऑडियो भी वायरल हुए हैं। ये है मामलाग्राम पनागर के मूल निवासी भरत नामदेव का 30 वर्षीय बेटा सुनील नामदेव छतरपुर के लोहा कारोबारी सुधीर अग्रवाल के यहां ड्राईवर था। 16 जुलाई को वह छतरपुर से पिकअप गाड़ी में लोहा लेकर राजनगर के राज ब्रदर्स को देने गया था और यहां से 6 लाख 66 हजार 500 रूपए लेकर वापस आ रहा था। रास्ते में ही सुनील लापता हो गया। उसकी गाड़ी बमीठा थाना क्षेत्र के ग्राम गंज में बरामद हुई थी। रूपए के साथ लापता हुए इस युवक पर लोहा व्यापारी सुधीर अग्रवाल को चोरी का संदेह हुआ और उन्होंने बमीठा थाना में एक शिकायती आवेदन दे दिया। इसी आवेदन के आधार पर परिवार को पुलिस के द्वारा थाने में बैठा लिया गया। सोमवार को मृतक की बहिन वंदना एवं अन्य परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर बताया कि बमीठा पुलिस ने न तो हमें बेटे को खोजने दिया और न ही खुद खोजा। इस बीच सुधीर अग्रवाल हमें फोन कर रूपए लौटाने की धमकी देते रहे। उन्होंने कहा कि घर मकान बिकवाकर भी वे पैसा वसूल कर लेंगे। सबूत के तौर पर परिवार के लोगों ने ऑडियो रिकार्डिंग भी पुलिस को दी है। लाश मिलने के बाद भी पुलिस का खेलपरिवार का कहना है कि 25 जुलाई की शाम राजनगर थाना क्षेत्र के ग्राम कोड़ा के एक नाला में उनके बेटे सुनील नामदेव का शव बरामद हुआ है। परिवार ने इस शव की पहचान कर ली है। इसके बाद भी शव परिवार को सुपुर्द नहीं किया गया बल्कि डीएनए जांच के नाम पर उसे दफनाया गया है। इस मामले में परिवार ने पुलिस अधीक्षक से शव दिलाने की मांग की है। परिवार ने आरोप लगाए हैं कि सुधीर अग्रवाल शुरूआत में अपने 10 लाख रूपए गायब होने की बात कह रहे थे बाद में 6 लाख 66 हजार बताने लगे। इतना ही नहीं पुलिस भी व्यापारी के कहने पर ही मामले की जांच कर रही है। परिवार को शक है कि रूपए के लिए उनके बेटे के साथ लूट और हत्या हुई है लेकिन पुलिस इस दिशा में जांच नहीं कर रही है।
इनका कहना-
राजनगर थाना क्षेत्र में शव बरामद हुआ है। शव की शिनाख्त ठीक से नहीं हो पा रही थी इसलिए डीएनए के माध्यम से ही पहचान करानी पड़ेगी। सेम्पल लिए गए हैं फिलहाल शव को दफना दिया गया है। पहचान होने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए दिया जाएगा। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच करेगी।
पंकज शर्मा, थाना प्रभारी, राजनगर