प्रधानमंत्री जी का फूंका पुतला, हुए गिरफ्तार…

भगवान राम राजा सरकार एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को साक्षी मानकर 3 साल में बुन्देलखंड राज्य बना देने का वचन हम बुंदेलियो को दिया गया था।
3 साल की जगह 9 साल हो गए है पर प्रधानमंत्री, अमित शाह, राजनाथ सिंह एवं उमा भारती के वचन के पर न तो राज्य बना और न मारुति कार मिली। जिससे बुंदेलियो में भारी आक्रोश व्याप्त है।
9 साल पूरे होने को एक हफ्ता बचा है इसलिए प्रधानमंत्री को उनका वादा याद दिलाने के लिए बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने प्रधानमंत्री का पुतला कचहरी चौराहे पर फूंक दिया।
प्रधानमंत्री का पुतला फूंकते समय भानू सहाय ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपके मन की बात 9 सालों से सुनते आ रहे है अब आप बुंदेलियो के मन की बात भी सुन लीजिए।
अटल बिहारी बाजपेई ने बुन्देली योद्धाओं से कहा था कि जब तक बुंदेलियो में हराने की क्षमता नही आएगी तब तक जनप्रतिनिधि कोरे वादे करते रहेंगे पर राज्य निर्माण के लिए संघर्ष नही करेंगे।
23 के मध्यप्रदेश के चुनाव एवं 24 के लोक सभा के चुनाव में इन वादा ख़िलाफियो, झूठो एवं बरगला के राज्य निर्माण के नाम पर बुंदेलियो से वोट लेने वालों को मोर्चा हराने के कार्य करेगा।
जो बुन्देलखंड का नही वो किसी काम का नही के इरादे के साथ सत्ता धारियों को सबक सिखाना ही पड़ेगा।
दूसरी ओर रामराजा सरकार के मंदिर ओरछा पर भारत सरकार ने 46 लाख रुपये का आयकर वसूली का नोटिस भेज कर रामराजा सरकार का अपमान किया है जो हम बुंदेलियो के बर्दाश्त योग्य नही है।

रामराजा सरकार को 46 लाख का आयकर वसूली का नोटिस देने की सरकार की हिम्मत कैसे हो गई। यही श्रीराम है जिनका नाम ले लेकर आप सत्ता में आये है अब यही श्रीराम आपको फट्टे पर बैठाने का कार्य करेंगे।
बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा सभी उन राजनैतिक एवं गैरराजनैतिक संस्थाओं के साथ मिलकर अखंड बुन्देलखंड की सभी विधानसभाओं एवं लोकसभा क्षेत्रो में जाकर जनता को इनकी झूठी एवं गुमराह करने वाली नीति और नियत से अवगत करवाएंगे।
बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने हम बुंदेलियो के साथ राज्य निर्माण को लेकर की गई वादा खिलाफी के विरोध एवं श्री रामराजा सरकार को दिए गए 46 लाख के आयकर के वसूली नोटिस के विरोध में प्रधानमंत्री का कचहरी पर पुतला फूंक दिया। पुतला फूंकने के बाद थाना नवाबाद की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब अंजाम जो भी जो न झुकेंगे, न रुकेंगे, न बिकेंगे ओर न हटेंगे। मंज़िल को पा कर ही रुकेंगे।