सांसदों और विधायकों के नाम पर ट्रांसफर के फर्जीवाड़े का चौंकाने वाला मामला.. फर्जी नोट शीट सीएम हाउस पहुंची
फर्जीवाड़े का खुलासा लेकिन FIR दर्ज नहीं की गई
मध्यप्रदेश में मंत्री, सांसदों और विधायकों के नाम पर ट्रांसफर के फर्जीवाड़े का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अब भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर समेत 3 सांसदों और विधायक की अनुशंसा की ट्रांसफर की फर्जी नोटशीट CM हाउस तक पहुंच गई। हिम्मत तो देखिए, टोटल 12 कर्मचारियों के मनचाहे ट्रांसफर के लिए सीएम हाउस में फर्जी नोट शीट भेजी गईं। इसमें भोपाल सांसद प्रज्ञा, राजगढ़ सांसद रोडमल नागर, देवास सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी और रायसेन जिले के सिलवानी विधायक रामपाल सिंह का नाम है।
सीएम हाउस ऑफिस में ट्रांसफर के लिए रोड सीट प्राप्त होने के बाद जब अधिकारियों को थोड़ा संदेह हुआ तो उन्होंने अपना भ्रम दूर करने के लिए सीधे सांसदों एवं विधायक से बात की। बात करने पर खुलासा हुआ कि सांसदों एवं विधायकों ने ऐसी कोई नोटशीट लिखी ही नहीं। इसके बाद CM हाउस से भोपाल क्राइम ब्रांच को शिकायत की गई। क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि गुरुवार देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी थी।
क्राइम ब्रांच के अनुसार CM हाउस से धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत मिली है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, स्कूल शिक्षा और राजस्व विभाग के करीब 12 कर्मचारियों के ट्रांसफर की नोटशीट भेजी गई। इसमें भोपाल सांसद प्रज्ञा, राजगढ़ सांसद रोडमल नागर, देवास सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी और रायसेन जिले के सिलवानी विधायक रामपाल सिंह का नाम है। जानकारी के अनुसार इसमें शिक्षक से लेकर क्लर्क और नायब तहसीलदारों के नाम सामने आए हैं। इस पूरे फर्जीवाड़े में विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।