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सरपंच एवं सचिवों के खिलाफ वसूली अभियान शुरु: अमर बहादुर सिंह

छतरपुर। जिलापंचायत छतरपुर के कार्यपालन यंत्री अमर बहादुर सिंह ने बताया कि छतरपुर जिले में आठ जनपद पंचायतें हैं। इन जनपद पंचायतों के अंतर्गत 558 ग्राम पंचायतें हंै और इन पंचायतों में ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत निर्माण कार्य ग्रामपंचायत की एजेंसी के द्वारा कराए जाते हैं। शासन के द्वारा समय समय पर इन निर्माण कार्यों के लिए राशिभी जारी की जाती है लेकिन जिला छतरपुर में कई ग्राम पंचायतों में सरपंचों और सचिवों के द्वारा निर्माण कार्यों की राशि का उपयोग नहीं किया गया और राशि निकाल ली गई है। ऐसे सरपंच सचिवों के खिलाफ कार्यवाह की जा रही है और उन लोगों से राशि की वसूली की जा रही है। कई सरपंचों और सचिवों के खिलाफ जनपद पंचायत के माध्यम से एफआईआर कराने की भी कार्यवाही शुरु कर दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत छतरपुर की ग्राम पंचायत रनगुवां के सरपंच श्री लाल बहादुर यादव एवं सचिव राममनोहर मिश्रा के द्वारा एक लाख 61360 रुपए की राशि वसूली की जाना है जिसके नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इसी प्रकार जनपद पंचायत गौरिहार के अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरिहार की सरपंच श्रीमती कृष्णाबाई सचिव श्री कंदी लाल यादव जो कि वर्तमान में निलंबित है इनके द्वारा 17 लाख 16260 रुपए की राशि वसूल की जाना है। इसी प्रकार जनपद पंचायत बिजावर की ग्राम पंचायत पथरा के सरपंच विकास असाटी एवं सचिव हरदयाल अहिरवार के दो प्रकरणों में 47424 एवं 48364 रुपए की राशि वसूल की जाना है। इन लोगों को बकायदा नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है और जबाव संतुष्ट न होने पर संबंधित सरपंच सचिवों के खिलाफ जनपद पंचायत के सीईओ के द्वारा शासकीय राशि का दुरुपयोग व गबन करने जैसे गंभीर अपराध पर विभिनन थानों में एफआईआर दर्ज होना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत में ऐसे लगभग दो दर्जन से ज्यादा सरपंच सचिवों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होने की संभावना है और इन सरपंच और सचिवों के खिलाफ कार्यवाही करने का दायित्व संबंधित जनपद पंचायत के सीईओ को दिया गया है। गौरतलब हो कि शासकीय राशि को निकालकर उसका दुरुपयोग करने वाले सरपंच और सचिवों के खिलाफ अब जिलाप्रशासन सख्त हो गया है। जिलापंचायत के सीईओ ने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए अब सरपंच सचिवों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का मन बना लिया है और इसी का कारण है कि अभी हाल ही में तीन ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिवों के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही की गई है। 

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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