एक्सक्लूसिव

कल्दा में मनोज विश्वास द्वारा अवैध क्लीनिक का संचालन,जिम्मेदार बने मूकदर्शक

कैलाश पाण्डेय, जिला ब्युरो पन्ना

भोले भाले ग्रामीणों की जान से कर रहे खिलवाड़

पन्ना/पवई-पवई जनपद के आदिवासी बाहुल्य कल्दा क्षेत्र में भोले भाले आदिवासियों का इलाज के नाम पर जमकर लूट खसोट की जा रही साथ ही उल्टा सीधा इलाज कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,कल्दा में मनोज विश्वास नामक फर्जी डॉक्टर ने अपनी अवैध क्लीनिक सजा रखी है,इनकी क्लीनिक में दवाओं का अवैध भंडारण भी बहुत बड़ी तादात में है।जिम्मेदार स्वास्थ महकमे के साथ राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण में अवैध क्लीनिक संचालित करनेवाले तथाकथित डॉक्टर मनोज विश्वास को न तो किसी कार्यवाहि का भय है न ही कानून का।जानकारी लेने पर पता चला कि इनके पास न तो कोई वैध डिग्री है न ही कोई पंजीयन फिर इनके द्वारा धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक का संचालन किया जाना प्रशासनिक अमले पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाता है।चिकित्सा ब्यवसाय के लिए कठोर नियमो का प्रावधान है—–चिकित्सा ब्यवसाय के लिए चिकित्सक की डिग्री हासिल करने के पश्चात संबंधित पैथी की काउंसिल में पंजीयन के पश्चात संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में पंजीयन का प्रावधान है किन्तु प्रशासन के ढुल मूल रवैये एवं कोई कार्यवाही न होने के कारण गांव गांव से लेकर शहर शहर तक बंगाली डॉक्टरों की भरमार देखी जा सकती है। कल्दा में अवैध क्लीनिक चलाने वाले मनोज विश्वास बिना किसी डिग्री और बिना किसी पंजीयन के मेडिकल स्टोर के संचालन के साथ चिकित्सक बनकर बैठे है तो फिर चिकित्सा ब्यवसाय के लिए बनाए गए नियम कायदों को ठेंगा दिखाने वाले ऐसे फर्जी डॉक्टर जो दवाएं भंडारित कर डॉक्टर के साथ फार्मासिष्ट का कार्य खुद कर लेते हो तो फिर चिकित्सा जगत की डिग्री हासिल करने का क्या औचित्य है ?आखिर क्यों नही होती कार्यवाही—जब कल्दा में स्थापित फर्जी डॉक्टर मनोज विश्वास से पूंछा गया कि अवैध रूप से क्लीनिक चलाने में कोई डर या भय नही लगता तो उन्होंने हेकड़ी दिखाते हुए कहा कि जब सी एम ओ और बी एम ओ हमारा कुछ नही बिगाड़ पाते तो फिर कोई पत्रकार या मीडिया हमारा क्या बिगाड़ लेगा ?हम तो 15 साल से क्लीनिक चला रहे है यदि कभी कोई अधिकारी आया तो हम उसे खुश कर देते है,इशारों इशारों में मनोज विश्वास ने चांदी के चमक के बल पर अवैध क्लीनिक संचालित करने की बात कही।
अब यहां यह एक गंभीर सवाल है कि आखिर बंगाल में ऐसी कौन सी डिग्री मिलती है कि यह बंगाली डॉक्टरों की क्लीनिकों की कुकरमुत्तों जैसे भरमार है और इन फर्जी बंगाली डॉक्टरों के सामने  प्रशासन नतमस्तक है।
देखना होगा कि पवई बी एम ओ और पन्ना सी एम एच ओ बार बार आश्वासन देने के बाद इस फर्जी डॉक्टर पर कार्यवाही करते है केवल कार्यवाही करने का हवाला देकर अपने कर्तब्यों से इति श्री कर लेते है।इनका कहनाआपके द्वारा कल्दा में मनोज विश्वास द्वारा अवैध क्लीनिक संचालित करने का मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है,मैं शीघ्र ही कार्यवाही करूंगा।बी एम ओ पवई

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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