फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर नौगांव डिस्लरी में डकैती करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का एसपी सचिन शर्मा ने किया खुलासा
स्पेशल 26 फिल्म देखकर आरोपियों ने लूट की घटना को दिया था अंजाम
छतरपुर/ फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर डकैती करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का एसपी सचिन शर्मा ने पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया, आरोपियों ने फिल्म स्पेशल 26 से प्रेरित होकर नौगांव थाना क्षेत्र डिस्लरी लिमिटेड में जाकर घटना को अंजाम दिया था, निखिल बंसल डायरेक्टर जेकपिन बेबरिज डिस्लरी लिमिटिड की शिकायत पर नौगांव पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने दो गाड़ी चार पहिया बिना नंबर प्लेट की, एक सब इंस्पेक्टर, दो आरक्षकों की यूनिफार्म, पिस्टल, सीबीआई से संबंधित फर्जी आईडी कार्ड, लूटा गया सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर व दो लाख रुपये नगद जप्त भी कर लिया गया है/
क्या है मामला
अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल-26 से प्रेरित होकर दिया था घटना को अंजाम
दिनाॅक 06.08.21 को फरियादी निखिल बंशल, डायरेक्टर जैकपिन बैबरिज डिस्लरी लिमिटिड ने थाना नौगाॅव (जिला छतरपुर म0प्र0) उपस्थित आकर रिपोर्ट की कि आज दिनांक 06/08/21 को सुबह करीब 08 बजे 05-06 लोग हमारी फैक्ट्री में आये और अपने आप को सीबीआई अधिकारी बताकर बोले कि हम लोग वर्ष 2020 में अलीगढ़ में जहरीली शराब कॉण्ड का जो मामला था, उसकी इन्क्वारी करने आये है। उन लोगों द्वारा गार्डों से बोला कि सभी एक तरफ लाइन में खडे हो जाओ कोई कुछ नही करेगा। उन लोगों में से 02 व्यक्ति जिनमें एक सबइस्पेंकटर की वर्दी एवं पिस्टल लगाये हुए था तथा दूसरा आरक्षक की वर्दी में था तथा साधारण कपड़े पहने व्यक्ति के पास भी पिस्टल थी जो बाहर से दिखायी दे रही थी। तब मैनें उन लोगो से बोला, बताईए क्या मैटर है, तो सबइस्पेंकटर की बर्दी वाला व्यकित बोला कि वर्ष 2020 में अलीगढ़ में जहरीली शराब कॉण्ड का जो मामला था, उसकी जाँच करने आये है। हमने पहले आपको सम्मन भेजा था आप आये नही। तब मैने बोला हमे कोई सम्मन नही मिला है यदि कोई सम्मन जारी हुआ है तो उसकी कॉपी दिखाई जाए तो उनमे से दूसरा आदमी बोला, बहुत देर हो गई है ,इनको लखनऊ लेकर चलो। तब मैं बोला कि मैं अपने वकील को बुला लेता है तो उन्होंने बोला कुछ नही चलो सब बाते लखनऊ मे जाकर होगी। फिर मैने बोला, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है। हमारी शराब उतर प्रदेश में नही जाती है और हमारी डिस्लरी रजिस्ट्रर्ड है व अलीगढ यहाॅ से करीब 500-600 किमी है। तभी एक आदमी जो कि सबइस्पेंकटर की वर्दी मे था, मुझे कोने बुलाकर कहा, आपको को मामला निपटाना है या बहस करनी है तो हमने कहा कि मैने कुछ गलत नही किया है मुझे नहीं निपटाना है। संदिग्ध व्यक्तियों की टीम में जो मुख्य बनकर बात कर रहा था से पूछा आप कौन है, तो उन्होने अपने आप को एडशिनल एस.पी. सीबीआई लखनऊ में पदस्थ होना बताया और एक सीबीआई का परिचय पत्र भी दिखाया। इन लोगों के द्वारा मुझ पर काफी दबाब बनाया गया। जब मैं दबाब में नही आया तथा मामला दफा करने पर राजी नही हुआ तो सबइंस्पेकटर की वर्दी बाले एवं मुख्य अधिकारी एडिशनल एसपी सी0बी0आई वाले फर्जी व्यक्ति के द्वारा अपने पास रखी पिस्टल निकाली और मेरे एंव मैनेजर राजीव मित्तल के सीने में लगा दी और आफिस की तलाशी करने लगे तथा मेरे पास दराज मे रखे दो लाख रूपये जो अपने आप को सीबीआई अधिकारी बता रहे पिस्टल दिखाकर दो लाख रूपये छीन लिये और जाते समय ऑफिस एंव गेट में लगे कैमरो की रिकोडिंग वाला हाईक विजन कम्पनी डीवीआर कीमती करीब 15000 रूप्ये लेकर भाग गये। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना नौगाॅव पुलिस द्वारा अप0क्र0-372/21 धारा 395,419,420,170 आईपीसी का संदिग्ध 5-6 व्यक्तियों के विरूद्ध पंजीबद्ध किया गया।
पकडे गए आरोपी
01 . धमेन्द्र कुमार पिता सागरराम बाल्मीकि उम्र 45 वर्ष नि0 ग्राम सेहरा थाना बी0बी0नगर जिला बुलन्दशहर (उ0प्र0)
02 . देवेन्द्र कुमार पिता स्व0 नेमचन्द्र जुलाहा उम्र 44 वर्ष नि0 ग्राम झूलझूली तहसील साउथ बेस्ट (दिल्ली)
03 . अविनाश कुमार पिता लक्ष्मीनारायण मौर्या उम्र 40 वर्ष नि0 ग्राम झूलझूली पोस्ट घुम्मन ऐडा तहसील साउथ बेस्ट (दिल्ली)
04 . बुद्धराम पिता बाबूराम गुर्जर उम्र 44 वर्ष नि0 ग्राम जौनापुर (नई दिल्ली)
05 . सिद्धपाल सिंह भदौरिया पिता धर्मपाल सिंह भदौरिया उम्र 42 वर्ष नि0 515, रोहितनगर ई-8 भोपाल (म0प्र0)
06 . देवेन्द्र सिंह पायक पिता रूप सिंह पायक उम्र 39 वर्ष नि0 नई बस्ती मऊरानीपुर जिला झाॅसी (उ0प्र0
इनकी रही अहम भूमिका
आईजी अनिल शर्मा डीआईजी विवेक राज सिंह एसपी सचिन शर्मा के निर्देशन में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर डकैती करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम का गठन जिसमें एसडीओपी केके जैन, नौगांव थाना प्रभारी संजय बेदिया, सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी, उप निरीक्षक शैलेंद्र यादव प्रधान आरक्षक हृदेश, रामराज, अरविंद शर्मा, मनीष तिवारी, आरक्षक हरदीप भूपेंद्र यादव दीपक साहू धीरेंद्र सिंह गजेंद्र सिंह रघुवंश की आरोपियों को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका रही…