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एंबुलेंस ड्राइवर्स की गुंडागर्दी: अस्पताल में मरीज का इलाज कराने आए दो लोगों को बुरी तरह पीटा, वीडियो हुआ वायरल

छतरपुर। जिला अस्पताल में मौजूद पुलिस चौकी और यहां बैठने वाले पुलिसकर्मी सिर्फ तमाशबीन की भूमिका निभा रहे हैं। सोमवार को अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों और चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने अपनी मरीज का इलाज कराने आए दो लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस माफिया से जुड़े आठ बदमाशों ने रक्तरंजित कर दिया। युवकों के साथ अस्पताल के ओपीडी परिसर में जमकर मारपीट की गई इसके बाद चौकी के सामने भी काफी देर तक पिटाई की गई। पिट रहे युवकों ने स्थानीय लोगों ने किसी तरह बचाया। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।


यह है मामला
जानकारी के मुताबिक सटई रोड निवासी रवि रैकवार अपने बहनोई के साथ अपने बुजुर्ग पिता को इलाज के लिए सोमवार को अस्पताल लेकर पहुंचा था। ओपीडी में डॉक्टर के सामने लगी लाईन के कारण उसे इंतजार करना पड़ रहा था इसलिए बुजुर्ग पिता के लिए उसने परिसर में ही मौजूद एक व्हील चेयर ले ली। इसी व्हील चेयर को लेकर यहां मौजूद एक व्यक्ति से उसकी बहस हो गई। यह व्यक्ति अस्पताल के बाहर खड़ी होने वाली प्राईवेट एंबुलेंस के माफिया से जुड़ा हुआ था। बहस के बाद उसने अपने आठ साथियों को बाहर से बुला लिया और फिर रवि रैकवार तथा उसके जीजा के साथ जमकर हाथ-पैर और डंडों से मारपीट की। रवि के सिर में गंभीर चोट आई है तो वहीं जीजा को भी कई हिस्सों में चोटिल किया गया है। गुंडागर्दी का यह नंगा नाच लगभग आधे घंटे तक अस्पताल में चलता रहा। इस दौरान अस्पताल की सुरक्षा के लिए लगाए गए सुरक्षाकर्मी भी निरीह नजर आए तो वहीं अस्पताल चौकी में बैठे पुलिसकर्मियों ने भी पिटने वाले युवकों को बचाने की जद्दोजहद नहीं की। जनता ने ही पिटते युवकों को बचाया और इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब पुलिस जांच की बात कह रही है।


किसके संरक्षण पर अस्पताल में गुंडागर्दी कर रहे एंबुलेंस माफिया
जिला अस्पताल के भीतर और बाहर अवैध रूप से लगभग आधा दर्जन प्राइवेट एंबुलेंस गाडिय़ां खड़ी होती हैं। 108 सेवा की एंबुलेंस कार्यरत होने सहित अस्पताल के पास भी एंबुलेंस मौजूद हैं। फिर भी शासकीय सांठ-गांठ के कारण लोगों को अपने मरीजों के अन्य शहरों में रिफर किए जाने के बाद प्राईवेट एंबुलेंस का ही सहारा लेना पड़ता है। उक्त एंबुलेंस माफिया अस्पताल के भोले-भाले लोगों से भारी भरकम राशि भी ऐंठता है और कई बार उन्हें अस्पताल के कर्मचारियों से मिलकर बरगलाते हुए मरीज को रिफर करने के लिए भी प्रलोभित करता है। पिछले लगभग दो साल में कई बार सिविल सर्जन पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अस्पताल परिसर से इन प्राईवेट एंबुलेंस को हटवाने की अपील कर चुके हैं। बावजूद इसके एंबुलेंस माफिया न सिर्फ अवैध संचालन में जुटा है बल्कि लोगों के साथ गुंडागर्दी भी कर रहा है।

टीआई ने कहा-मारपीट का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है
सटई रोड के रवि रैकवार की शिकायत पर पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराते हुए 7 से 8 अज्ञात आरोपियों पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस ने उन आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। – अरविंद सिंह दांगी, टीआई सिटी कोतवाली

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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