खाली ट्रक में ढाई क्विंटल से अधिक गांजा सहित दो सगे भाईयों को किया गिरफ्तार, 25 लाख से अधिक है गांजा का बाजार मूल्य, एसपी ने किया खुलासा

छतरपुर। खाली ट्रक में ढाई क्विंटल से अधिक गांजा भरकर तस्करी करने के लिए निकले दो सगे भाईयों को आखिरकार ओरछा रोड पुलिस ने चैकिंग के दौरान दबोच लिया। आरोपियों के कब्जे से पकड़े गए गांजे की कीमत बाजार में 25 लाख से अधिक है। एसपी सचिन शर्मा ने मीडिया के सामने इस पूरी कार्यवाही का खुलासा किया है। पकड़े गए दोनों सगे भाईयों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। आरोपियों के कब्जे से ट्रक भी जब्त किया है। पुलिस ने न्यायालय में आरोपियों को पेश कर तीन दिन का रिमाण्ड लिया है। आरोपियों से यह पूछताछ की जाएगी कि गांजा कहां से आया और कहा सप्लाई की जानी थी। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम को मंगलवार को सूचना मिली थी कि ट्रक क्रमांक पीबी 02 सीआर 9514 लाल कलर का एनसीबी वालों की गाड़ी को टक्कर मारकर छतरपुर की ओर भागा है। कंट्रोल रूम की सूचना पर ओरछा रोड थाने के सामने चैकिंग शुरू की गई। नौगांव की ओर से आ रहे ट्रकों को रोककर विधिवत जांच की गई उसी दौरान संबंधित ट्रक आया जिसकी बारीकी से जांच करने पर केबिन में भरे गांजा के 10 पैकेट पाए गए। जब्त गांजा का वजन 2 क्विंटल 50 किलो 400 ग्राम है। इस गांजा की कीमत बाजार में 25 लाख 4 हजार रूपए बताई गई है। ट्रक लेकर जा रहे परविन्दर सिंह एवं उसके बड़े भाई वीरेन्दर सिंह पुत्रगण गुरदीप सिंह निवासी ग्राम कोटमुगल थाना रामदास जिला अमृतसर पंजाब को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। पुलिस पकड़ से बचने दिन भर छिपे रहे आरोपीपुलिस सूत्रों ने बताया कि देवरीबांध के पास उप्र की सीमा में उप्र की पुलिस मंगलवार दोपहर वाहन चैकिंग कर रही थी। चूंकि उप्र पुलिस को भी ट्रक में गांजा लेकर जाने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के तहत पुलिस चैकिंग में जुटी थी। जैसे ही इस ट्रक चालक ने पुलिस को देखा वैसे ही उसने ट्रक को दूसरे रास्ते पर मोड़ दिया और पुलिस को चकमा देकर निकल आया। चूंकि ट्रक पूरी तरह से खाली था इसलिए आमतौर पर यह शंका नहीं होती कि इसमें ऐसे मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही होगी। इधर पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना आई कि एक पंजाब का ट्रक टक्कर मारकर निकला है। इसी सूचना पर सीएसपी लोकेन्द्र सिंह, ओरछा रोड थाना प्रभारी आनंद सिंह परिहार अपने हमराह एएसआई मदनमोहन दुबे, प्रधान आरक्षक अशोक पटेल, किफायतउल्ला वेग, आरक्षक दिनेश सिंह ठाकुर, दिनेश कैम, प्रमोद दांगी, देव सिंह, महिला आरक्षक स्वीटी व साक्षी को लेकर चैकिंग में जुट गए और महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर यह सफलता पायी।