खजुराहो के मंदिर बताते हैं जीवन जीने की कला: संत देवकीनंदन
खजुराहो। ख्याति प्राप्त कथाकार देवकीनंदन ठाकुर महाराज रविवार को खजुराहो के मतंगेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। पूजा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि खजुराहो के मंदिर देखने के बाद सिद्ध हो गया कि भारतीय संस्कृति कितनी सुंदर और पवित्र है। उन्होंने कहा कि यहां के मंदिरों में अंदर भगवान के दर्शन होते हैं और बाहर यह भी सीखने को मिलता है कि हमें अपने गृहस्थ जीवन को किस तरह से संचालित करना है। इस दौरान उनके साथ बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी मौजूद रहे। यहां भैयाजी अचनार, वीरेंद्र तिवारी, संजीव शुक्ला, अनुपम गुप्ता, श्रीकांत मिश्रा, परशुराम तिवारी, राजकुमार गंगेले, गोलू यादव, पप्पू पाल आदि ने उनका स्वागत किया।जटाशंकर धाम में किए भगवान शिव के दर्शन, सेल्फी प्वाइंट का किया उद्घाटननोट: इस समाचार के साथ फोटो 11 लगाएं। बीती शाम करीब 7 बजे बुंदेलखंड का केदारनाथ कहे जाने वाले शिवधाम जटाशंकर प्रख्यात संत और कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर एवं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री पहुंचे। दोनों संतों ने भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया और यहां बह रहे मनोरम झरने का अवलोकन किया। जटाशंकर की प्राकृतिक सुंदरता देख संत देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि यह एक अद्भुत और मनोरम स्थल है। आज यहां आकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के बाद बाबा केदारनाथ के दर्शन करने जैसी अनुभूति हो रही है। तदोपरांत क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला बबलू और जटाशंकर लोक न्यास के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल सहित अन्य सदस्यों एवं मंदिर के पुजारी ने संतों का शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। वहीं संत देवकीनंदन महाराज और बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सेल्फी प्वाइंट का लोकार्पण भी किया। तदोपरांत दोनों संत बिजावर स्थित क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला बबलू के निवास पर भी पहुंचे जहां विधायक ने सपरिवार संतों की सेवा-सत्कार कर उनसे आशीर्वाद लिया।