बदमाशों के ठिकाने ढहाने का काम शुरू: गुण्डों के घर तोड़े, बदमाशों को दबोचा, माफियाओं के घरों पर प्रशासन ने चलवाई जेसीबी
सुबह आंख खुलते ही सुनाई दी जेसीबी की आवाज
मध्यप्रदेश में एक बार फिर प्रशासन ने गुंडा माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू कर दी है। प्रशासन ने पुलिस की टीम की मदद से बुधवार को अपराधी रिकॉर्ड वाले करीब आधा दर्जन बदमाशों के मकानों को ढहा दिया। पहली कार्रवाई युवक की दिनदहाड़े गोली मारने वाले बदमाश राकेश यादव के घर पर की गई। उनके नौगांव के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मकान को गिराया गया। जिसके बाद दूसरी कार्रवाई में नारायणपुरा रोड स्थित तीन मंजिला आॅलीशान मकान को छतिग्रस्त किया गया।
ट्रांसपोर्ट नगर के बाद पुलिस बल सीधे नारायणपुरा रोड पहुंचा जहां हत्या जैसे संगीन मामलों में चिन्हित तारिक सौदागर के मकान को घेरा गया। मकान के ऊपर पुलिस का ड्रोन कैमरा उड़ रहा था और पुलिस ने घर के लोगों को एनाउंस कर बाहर निकाला। तारिक की पत्नि ने बाहर आकर घर के कागजात प्रशासनिक अधिकारियों को दिखाए लेकिन फिर भी अधिकारियों ने उसकी नहीं सुनी और मकान के बाहरी हिस्से में मौजूद अतिक्रमण को जेसीबी से धराशायी कर दिया। यहां का अतिक्रमण हटाने के बाद पुलिस बल महोबा रोड होते हुए राजनगर बाईपास से ग्राम सरानी के नजदीक पहुंचा। यहां शासकीय खसरा नंबर 56 पर रामनाथ विश्वकर्मा के द्वारा अवैध कब्जा किया गया था। रामनाथ के खिलाफ तहसील से बेदखली आदेश जारी हो चुका था इसलिए इस अतिक्रमण को भी प्रशासनिक टीमों ने धराशायी कर दिया। प्रशासन ने निर्देशित किया कि यदि भविष्य में पुन: अतिक्रमण किया गया तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। डीएसपी शशांक जैन ने कहा कि माफियाविरोधी अभियान के तहत कई गुण्डों की अवैध संपत्तियों को चिन्हित किया गया है इन संपत्तियों की जांच पड़ताल केे बाद उनके विरूद्ध कार्यवाही का यह अभियान जारी रहेगा।
बस स्टेण्ड पर अचानक पहुंचा पुलिस फोर्स, 30 से ज्यादा संदिग्ध दबोचे, पूछताछ और समझाइश के बाद छोड़े
दो दिन पहले मीडिया के द्वारा शहर के बस स्टेण्ड पर बढ़ती दहशतगर्दी, गुण्डों के द्वारा की जा रही अवैध वसूली का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। इस मुद्दे को वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लिया। मंगलवार की शाम एसपी सचिन शर्मा ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर डीएसपी शशांक जैन के नेतृत्व में पांच थानों की पुलिस को बस स्टेण्ड पर जांच-पड़ताल के लिए भेजा। अचानक शाम के वक्त भारी पुलिस बल के बस स्टेण्ड पर पहुंचने के कारण यहां सनसनी फैल गयी। पुलिस टीम ने बस के बुकिंग ऑफिस के आसपास घूम रहे उन बदमाशों को पकड़ा जो बस के स्टाफ से रंगदारी वसूलते हैं। कुछ नशेलची भी चिन्हित किए गए जो यात्रियों को ठगने की फिराक में रहते हैं। लगभग 25 से 30 संदिग्धों को पकड़कर उन्हें काफी देर तक चौकी में बैठाया गया। उनकी पूछताछ और जांच के बाद तीन लोगों को 151 के तहत पकड़ा गया जबकि बाकी को समझाइश देकर छोड़ दिया गया। इस कार्यवाही के दौरान डीएसपी शशांक जैन ने मीडिया से कहा कि बस स्टेण्ड पर नियमित निरीक्षण जारी रहेगा। जो बस संचालक समय से पहले यहां बसें रखते हैं उनके खिलाफ भी कार्यवाही होगी। संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के बाद साथ में मौजूद नगर पालिका की टीम के द्वारा बस स्टेण्ड पर मौजूद अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया। कई दुकानों के टीनशेड, सरकारी जमीन में बनी सीढिय़ां हटाई गईं।