महिला सशक्तिकरण एसोसिएशन ने बंदर हीरा परियोजना को यथा शीघ्र शुरू करने की लगाई गुहार
बुंदेलखंड क्षेत्र में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण में कार्य कर रहे होलिस्टिक डेवलपमेंट वुमन एम्पावरमेंट एसोसिएशन (HDWEA) मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बंदर हीरा परियोजना को यथा शीघ्र शुरू करने की गुहार लगाई है।
महिला सशक्तिकरण एसोसिएशन का कहना है कि इस परियोजना के प्रारम्भ होने पर बुंदेलखंड का विकास होगा, एवं परियोजना से सम्बद्ध छोटी-छोटी उद्योग यूनिट क्षेत्र में होने से हमारे जैसे स्थानीय निवासियों को रोजगार प्राप्त होगा।
एसोसिएशन ने कहा है कि ‘हमारा संगठन, जो इस परियोजना के कार्यक्षेत्र में कार्यरत है, एवं इसमें शामिल 22,892 महिलाएं परियोजना के समर्थन में मध्य प्रदेश सरकार के साथ है एवं कंधे से कंधा मिलकर कार्य करेगी’।
होलिस्टिक डेवलपमेंट वुमन एम्पावरमेंट एसोसिएशन (WDS) महिला स्व-सहायता समूह (SHG) एवं उनके त्रिस्तरीय संघों से बना एक शीर्ष पंजीकृत संगठन है। WDS में 6 महिला संघ तथा 1,765 समूह, एवं इन समूहों में 22,892 महिलाएं, शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के साथ-साथ इन्होने भारत के मुख्य न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय एवं NGT से भी इस पत्र के माध्यम से इस विकास परियोजना का समर्थन करते हुए अनुरोध किया है कि बंदर परियोजना चालू हो जिससे स्थानीय लोगों को रोज़गार के अवसर मिल सकेंगे।
पत्र के माध्यम से एसोसिएशन ने बताया कि बुंदेलखंड एक पिछड़ा क्षेत्र है जहाँ कृषि गतिविधियां वर्षा आधारित है, और क्षेत्र औद्योगिक दृष्टि से अत्यंत पिछड़ा क्षेत्र है इसलिए रोजगार के अवसर नगण्य हैं। क्षेत्र से पलायन एक मजबूरी है जिससे युवा, महिला, खेतिहर मजदूर बुरी तरह प्रभावित हैं।
एसोसिएशन का मानना है कि इन परिस्थितिओं में मध्य प्रदेश शासन द्वारा एस्सेल कंपनी के माध्यम से बक्सवाहा स्थित हीरा खनन परियोजना प्रारंभ करना एवं इस परियोजना से क्षेत्र में प्रत्यक्ष /अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करना अत्यंत सराहनीय एवं प्रशंसनीय है।