अजब गजब

35 दिन में उगेगी फसल…एक दिन में होगा 20 हजार का मुनाफा, गया का ये किसान कर रहा खेती, जानें कमाई

कुंदन कुमार/गया :- बिहार के गया जिला के किसानों के लिए खीरा की खेती वरदान साबित हो रहा है. इसकी खेती से इन्हें अच्छी आय हो रही है. गया शहर के चंदौती इलाके में युवा किसान धर्मेंद्र कुमार के द्वारा तीन बीघा में देसी और हाइब्रिड खीरे की खेती की जा रही है. मालिनी प्रजाति का हाइब्रिड खीरा और देसी खीरा उगा रहे हैं. हाइब्रिड खीरा मात्र 60 दिन का फसल होता है. देढ़ बीघा से 150 क्विंटल खीरा का उत्पादन हुआ है. धर्मेंद्र प्रतिदिन 10 क्विंटल खीरा की हार्वेस्टिंग कर रहे हैं.

इस प्रजाति का खीरा होता है फलन
मालिनी प्रजाति का खीरा फरवरी माह में लगाया गया था और अब इसका फलन हो गया है. कुछ दिन में यह खीरा समाप्त हो जाएगा. शुरुआती दिनों में रोजाना 10 क्विंटल तक उत्पादन होता था. लेकिन अब इसमें कमी आ गई है. जबकि देसी प्रजाति का खीरा 3 महीने का फसल है. इसमें भी फल निकलना शुरू हो गया है. धर्मेंद्र खीरा की खेती से रोजाना 15-20 हजार रुपए की आय कर रहें हैं. दो महीने के हाइब्रिड खीरा से देढ़ बीघा में 2-3 लाख रुपये की आमदनी कर रहे हैं.

मिलता है अच्छा भाव
इन दिनों बाजारों में खीरे की अच्छी कीमत भी मिल रही है. थोक भाव में 20-25 रुपए किलो गया की मंडी में सप्लाई हो रही है. धर्मेंद्र पिछले 4 साल से खीरा की खेती कर रहे हैं. पिछले साल 4 बीघा में इसकी खेती किए थे. इन्होंने अपने खेतों में ड्रीप और मल्चिंग लगाया हुआ है, जिससे कम पानी में उत्पादन अधिक हो रहा है. ड्रीप और मल्चिंग लगाने के लिए कृषि विभाग से अनुदान भी दिया गया है. धर्मेंद्र खीरा के अलावा अन्य सब्जियों की खेती सालों से करते आए हैं. चंदौती में उन्होंने 14 बीघा जमीन लीज पर ले रखा है और हर तरह की सब्जियों की खेती करते हैं.

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20 दिन में 150 क्विंटल का हुआ उत्पादन
धर्मेंद्र Local 18 को बताते हैं कि हाइब्रिड खीरा मात्र 35 दिन में फल देना शुरू कर देता है. यह 60 दिन की खेती है और शुरुआत में देढ़ बीघा से 10-12 क्विंटल खीरा का उत्पादन हो रहा था. 20 दिनों तक इसमें हार्वेस्टिंग होता है और रोजाना फल तोड़ा जाता है. 20 दिन में 150 क्विंटल फसल का उत्पादन हुआ है. इसके बाद देसी वेरायटी से भी फल आना शुरू हो गया है और मई महीने तक उसमें फलन होगा. देसी वेरायटी के खीरे से भी अच्छा उत्पादन होगा. रमजान के चलते उन्हें बाजारों में अच्छी कीमत मिल रही है. ज्यादा उत्पादन के लिए ड्रिप और मल्चिंग भी लगा रखा है.

Tags: Agriculture, Bihar News, Gaya news, Local18


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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