शहर को स्वच्छ रखना सबकी जिम्मेदारी: कलेक्टर
बीमारियों से परिवार को बचाने स्वच्छता को अपनी आदत बनाएं
छतरपुर। कलेक्टर छतरपुर शीलेन्द्र सिंह ने कहा कि सर्वसमाज तथा स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शहर को स्वच्छ एवं सुदंर बनाने तथा लोगों को संक्रमित बीमारियों से बचाने के लिए जागरूक बने और डोर टू डोर आने वाले वाहन में ही कचरा डालने की प्रतिज्ञा लें। ऐसा करके सच्चे देशभक्त होने के साथ जागरूक नागरिक होने का परिचय भी दें। समाज का कोई भी व्यक्ति सड़क पर यह सोचकर कचरा नहीं फैके की खाली जगह है। इस धारणा को बदलें।
गंदगीजनित बीमारियों के कारण हर साल लगभग 5 लाख लोग होते हैं संक्रमित
सामाजिक मानवीय जीवन में यदि एक व्यक्ति वर्ष में दो बार भी अस्वस्थ्य होता है तो उसके एक बार के उपचार में औसत रूप में 12 सौ रुपये तक खर्च होता है। मान ले कि छतरपुर शहर में रहने वाले 2 लाख लोगों मेें से 25 प्रतिशत अर्थात 50 हजार व्यक्ति दो बार बीमार होते है तो उनके स्वस्थ पर वर्ष में औसत रुप से 60 लाख रुपये खर्च होते है। इसी बात को 2011 की जनसंख्या के मान से छतरपुर जिले के संदर्भ में देखे तो जिले के आबादी 17 लाख 62 हजार 375 है। वर्तमान की जनसंख्या 20 लाख मान ले तो एक वर्ष में 5 लाख लोग अस्वस्थ होते है। जिनके उपचार पर 12 सौ रुपये के मान से 60 करोड़ रुपये खर्च होता है। यह व्यय केवल और केवल अस्वस्थ वातावरण एवं गंदगी के कारण खर्च करना पड़ता है। समाज में रहने वाले सभी व्यक्ति आज सबसे अधिक राशि स्वस्थ पर व्यय करते है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि हम एक दूसरे को स्वस्थ बनाये रखने के लिए अपना आचरण और व्यवहार ऐसा करें जिससे वातावरण स्वस्थ और सुंदर रहे। इस सामाजिक भावना के लिए किसी को और कुछ नहीं केवल स्वच्छता का पालन करने के लिए मर्यादित होकर सामाजिक जीवन को स्वच्छ बनाये रखने का संकल्प लेना होगा।