थाना गौरिहार मे 48 घंटे मे 45 लाख रुपए की चोरी का मशरूका बरामद, आरोपी गिरफ्तार
छतरपुर। श्यामसुन्दर पुत्र भुवनेश्वर पंडित उम्र 44 साल निवासी ग्राम मदनगुंडी पोस्ट चंदवारा जिला कोडरमा झारखण्ड ने उसकी टाटा हिटैची श्वङ्ग200 रुष्ट पोपलेन मशीन चोरी कर ले जाने की रिपोर्ट किया था। रिपोर्ट पर थाना गौरिहार मे अपराध क्रमांक 228/2021 धारा 379 भादवि का कायम कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।उक्त अपराध की गंभीरता को देखते हुए श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल शर्मा, श्रीमान उपपुलिस महानिरीक्षक श्री विवेकराज सिंह , श्रीमान पुलिस अधीक्षक छतरपुर श्री सचिन शर्मा ने अति. पुलिस अधीक्षक छतरपुर श्री विक्रम सिंह के निर्देशन मे एवं एसडीओपी लवकुशनगर श्री पीएल प्रजापति के मार्गदर्शन में टीमें गठित की ,थाना प्रभारी गौरिहार अरविन्द सिंह दांगी ने चोरी गई लाल रंग की पोपलेन मशीन टाटा हिटैची कंपनी की तलाश हेतु एक टीम उपनिरीक्षक गुरुदत्त शेषा चौकी प्रभारी पहरा के नेतृत्व में काय.प्र.र्आर. राजन सिंह, आरक्षक जगमोहित सिंह, आरक्षक समद खान एवं दूसरी टीम उपनिरीक्षक रोहित द्विवेदी थाना गौरिहार के नेतृत्व में कार्य. प्र.आर. नरेश सिंह, आरक्षक प्राण सिंह को रवाना किया। वारदात का खुलासाथाना स्तर पर गठित टीमों द्वारा द्वारा मुखबिर तंत्र का उपयोग करते हुए हरसंभावित स्थानों पर संदेही व पोपलेंन मशीन की लगातार तलाश पतारसी की गई। अनुसंधान के दौरान आरोपी लीलाधर यादव पिता सुम्मेर सिंह यादव उम्र 24 साल निवासी ग्राम खजरी थाना कोतवाली पन्ना जिला पन्ना मप्र को दिनांक 13/09/2021 को मुखबिर की सूचना के आधार पर उसके गांव खजरी के पास खेत से दस्तयाब कर अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी से सख्ती से पूछतांछ की गई जिसने अपने साथी गोपाल सिंह के साथ मिलकर मशीन चोरी करना बताया। आरोपी लीधाधर यादव से चोरी गई टाटा हिटैची कंपनी की लाल रंग की पोपलेंन मशीन कीमती करीबन 45 लाख रुपये एवं मशीन ले जाने में उपयोग किया गया ट्राला क्रछ्व 36 त्र्र 4958 के जिला पन्ना के थाना पवई अंतर्गत ग्राम कुटरईया से जप्त किया है। मामले मे एक अन्य आरोपी गोपाल सिंह अभी फरार है। जिसकी तलाश जारी है। सम्पूर्ण कार्यवाही निरीक्षक अरविन्द सिंह दांगी थाना प्रभारी गौरिहार ,उपनिरी. गुरुदत्त शेषा चौकी प्रभारी पहरा, उपनिरी.रोहित द्विवेदी, काय.प्र.र्आर.राजन सिंह, कार्य. प्र.आर. नरेश सिंह, आरक्षक जगमोहित सिंह, आरक्षक प्राण सिंह, आरक्षक समद खान, आरक्षक दीपक सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।