अजब गजब

जिंदगी भर की नौकरी, सैलरी से बचाई पाई-पाई, बुढ़ापे में दिखाया दम, 1 लाख की पूंजी से बनाई 25,000 करोड़ की कंपनी


Success Story: 50 या 60 साल की उम्र में लोग रिटायरमेंट की प्लानिंग करते हैं. पूरी जवानी जो कमाया उससे बुढ़ापा कैसे सुख से कटे इसकी योजना बनाते हैं. हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो रिटायरमेंट के बाद भी छोटे-मोटे काम या नौकरी करके अपनी कमाई जारी रखते हैं. लेकिन, हम जिस शख्स के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उन्होंने रिटायरमेंट के बाद बहुत बड़ा रिस्क लिया. ऐसा जोखिम जो लोग जवानी में आसानी से नहीं ले पाते हैं. पूरी उम्र एलआईसी एजेंट रहने के बाद जब रिटायरमेंट का समय आया तो इस व्यक्ति ने बिजनेस करने का फैसला किया. वह भी कोई छोटा-मोटा काम नहीं बल्कि भारी-भरकम निवेश के साथ मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में उतरना. आपने सोनालिका ट्रैक्टर के बारे में जरूर सुना होगा. लेकिन, क्या इस कंपनी की शुरुआत और कामयाबी की कहानी जानते हैं? इस स्टोरी में हमने अब तक जो बताया, वह इसी कंपनी के मालिक की कहानी है. आइये आपको बताते हैं कि आखिर लक्ष्मण दास मित्तल ने उम्र की इस दहलीज पर आकर यह मकाम कैसे हासिल किया.

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एलआईसी एजेंट से दिग्गज कारोबारी

सोनालिका समूह के चेयरमैन, लक्ष्मण दास मित्तल ने अपने करियर का ज्यादा समय एलआईसी एजेंट के तौर पर गुजरा. जिस उम्र में लोगों के घुटने जवाब दे देते हैं या घुटने टेक देते हैं उस आयु में लक्ष्मण दास मित्तल ने बिजनेस शुरू किया. लक्ष्मण दास मित्तल ने 60 साल की उम्र में कारोबार करना शुरू किया. 1996 में उन्होंने ट्रैक्टर निर्माण के लिए सोनालिका ट्रैक्टर्स की स्थापना की.

सैलरी से बचाया पैसा, बिजनेस में लगाया

लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर ट्रैक्टर निर्माण के लिए इतना पैसा उनके पास आया कहां से? दरअसल 1955 में लक्ष्मण दास मित्तल ने एलआईसी एजेंट के रूप में काम करना शुरू किया. इसके बाद ही वे अपनी सैलरी से थोड़ा बहुत पैसा बचाने लगे. इन पैसों का इस्तेमाल लक्ष्मण दास मित्तल ने कृषि मशीनों से जुड़े साइड बिजनेस स्थापित करने के लिए किया. हालांकि, लक्ष्मण दास मित्तल दिवालिया हो गए. हालांकि, उस वक्त सिर्फ उनके पास 1 लाख रुपये बचे थे. लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से नई शुरुआत की. आखिरकार, उनकी मेहनत रंग लाई और उसकी बदौलत आज वे इस मकाम पर हैं. फोर्ब्स मैगजीन के अनुसार, 93 साल की उम्र में लक्ष्मण दास मित्तल की नेटवर्थ 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 25,000 करोड़ से ज्यादा है.

सोनालिका ट्रैक्टर्स, वर्तमान में भारत का नंबर 1 ट्रैक्टर एक्सपोर्ट ब्रांड है. यह कंपनी देश की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी होने के साथ-साथ दुनिया भर के टॉप 5 ट्रैक्टर निर्माताओं में से एक है. सोनालिका ट्रैक्टर्स 150 से ज्यादा देशों में 15 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं. पंजाब के होशियारपुर में सोनालिका ट्रैक्टर्स की फैक्ट्री स्थित है, जो दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माण फैक्ट्री है.

Tags: Business news in hindi, High net worth individuals, Success Story



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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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