चार माह बाद भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंची टीम, खानापूर्ति कर लौटी
ग्रामीणों के सवालों के अधिकारियों ने दिए उल्टे-सीधे जवाब
छतरपुर। ईशानगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत बंधीकला में सीसीरोड और नाली निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने करीब 4 माह बाद अधिकारी पहुंचे लेकिन वे यहां सिर्फ खानापूर्ति करते नजर आए जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। इतना ही नहीं जब ग्रामीणों ने जांचकर्ताओं से कुछ सवाल किए तो अधिकारी उल्टे-सीधे जवाब भी देते नजर आए। ज्ञात हो कि बीते दिनों अतिरिक्त सीईओ चंद्रसेन सिंह भी यहां निरीक्षण करने पहुंचे तब उन्होंने सरपंच और सचिव को मौके पर बुलाकर फटकार लगाई थी।
जानकारी के मुताबिक करीब 4 माह पहले ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री जेपी आर्य ने ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए टीम गठित की थी। गुरुवार को उक्त टीम ग्राम बंधीकला के भ्रष्टाचार को जांच पहुंची जहां टीम के सदस्य खानापूर्ति करते नजर आए। ग्रामीणों ने बताया कि टीम ने न तो स्टीमेट की जांच की और न ही पंचनामा बनाया। जब ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों से पूछा कि क्यों उन्हें निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार नजर नहीं आता तो जांच अधिकारी आरके अवस्थी ने जवाब में कहा कि शासन का पैसा है, ऐसे ही नाली बनाई जाती है, थोड़ा बहुत ऊपर-नीचे चलता रहता है। जांच करने आई टीम में श्री अवस्थी के अलावा डीपी अग्निहोत्री भी शामिल थे।
तीन माह में क्षतिग्रस्त हो गए नए निर्माण
उल्लेखनीय है कि गांव में नाली और सीसी रोड के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है जिस कारण से महज 3 महीने में ही निर्माण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इतना ही नहीं नाली निर्माण में सिर्फ एक ओर की पट्टी बनाई गई है और दूसरी ओर सीसी रोड को ही पट्टी बताकर पैसे निकाले गए। लाखों के इस भ्रष्टाचार में सरपंच कोमल-भागीरथ अहिरवार के अलावा, सचिव चंद्रभान पटेल, उपयंत्री बालकेश चौरसिया और सहायक यंत्री पुरुषोत्तम शुक्ला के शामिल होने की चर्चा है।