तीन माह पूर्व बने चेकडेम पहली बरसात में हुए धराशाही, सहायक यंत्री एवं जनपद सीईओ ने किया था भ्रष्टाचार

लवकुशनगर। जनपद पंचायत लवकुशनगर के अंतर्गत ग्रामपंचायत बरा एवं कई ग्राम पंचायतों में बने चेकडेम पहली बरसात में धराशाही हो गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि चेकडेम को सरपंच सचिवों ने ठेके पर देकर बनवाया था। सभी चेकडेमों की लागत 14 लाख 99 हजार रुपए है। जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ प्रतिपाल सिंह बागरी और सहायक यंत्री बीके रिछारिया के द्वारा इन चेकडेमों की जांच नहीं की गई और जो भी चेकडेम बनाए गए हैं वे अमानक स्तर के हैं। जिले में चेकडेमों की जंांच के लिए एक कमेटी जिलापंचायत सीईओ के निर्देश पर बनाई गई थी परंतु जांच कमेटी में जो भी सहायक यंत्री जांच करने गए उन्होंने जांच में लीपापोती की है और अपने सहायक यंत्री को बचाने का भरसक प्रयास किया है। जिले की आठों जनपदों में चेकडेमों की जांच की जानी थी परंतु केवल मात्र 17 चेकडेमों की जांच की गई जिसकी रिपोर्ट अभी तक पूरी तैयार नहीं की गई है। जांच रिपोर्ट को दबाया जा रहा है और दोषी उपयंत्रियों को बचाया जा रहा है। जिले में सबसे बड़ा घोटाला चेकडेमों में हुआ है। लगभग 60 करोड़ के चेकडेम जिले में स्वीकृत किए गए थे इन चेकडेमों में भारी भ्रष्टाचार किए की शिकायत लोक जनशक्ति पार्टी के उपाध्यक्ष लखनलाल अनुरागी ने लगाया था। जिसकी शिकायत देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से की थी। आने वाले समय में लोक जनशक्ति पार्टी जिले में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर एक बड़ा आंदोलन कर सकती है। फिलहाल छतरपुर जिले में जो भी चेकड़ेम बनाए गए हैं अधिकांश चेकडेम बड़े ही घटिया किस्म के बने हैं जो कि बरसात का पानी भी नहीं झेल पा रहे हैं।