विद्यार्थियों की समस्याओं का होगा तत्काल निराकरण: विश्वविद्यालय में छात्र हित मेरे लिए सर्वोपरि है- कुलपति डा. थापक
छतरपुर। कुलपति प्रो टी आर थापक की छात्र सर्वोपरि की भावना को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत छात्र सहायता केंद्र का शुभारंभ करवाया। कुलसचिव डॉक्टर जे पी मिश्रा ने बताया की कुलपति जी की मंशा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में दो समितियों का गठन किया गया है। पहली समिति छात्र सहायता समिति का गठन हुआ] जिसमें छ: शिक्षकों को दायित्व दिया गया है जो भिन्न भिन्न समय पर छात्रों की सहायता के लिए छात्र सहायता केंद्र पर मौजूद रहेंगे। इस समिति में डॉ योगेश चतुर्वेदी] डॉ दुर्गावती सिंह प्रो हिमांशु अग्रवाल] प्रो मौली थामस] श्री अनिल सिंह श्री संतोष प्रजापति को सम्मिलित किया गया है। दूसरी समिति विश्वविद्यालय की छात्राओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए गठित की गई है। इस समिति में चार प्राध्यापिकाओं को शामिल किया गया है] जिनमें डा ममता बाजपेई] डा अर्चना चौहान] डा पुष्पा दुबे एवं डा अमिता अरजरिया शामिल की गई हैं। समवीलियन के उपरांत विश्वविद्यालय में शामिल हुए छात्रों में इन सुविधाओं को लेकर एक हर्ष का माहौल है] त्वरित रूप से सारी सुविधाओं की व्यवस्था होना उनके लिए एक सौगात से कम नहीं है। इस साल विश्वविद्यालय में यूजी एवं पीजी क्लास में प्रवेश पाने वाले छात्रों की संख्या विगत वर्षों से बहुत अधिक हो गयी है वर्तमान में पी0जी0 में 1600 छात्रों का प्रवेश हुआ है जबकि यूजी में 4600छात्रों का प्रवेश हो चुका है और अभी छात्रों के प्रवेशकी मांग को देखते हुए कुलसचिव महोदय ने सीटें बढाने के लिये शासन में प्रस्?ताव भेजने का निर्णय लिया है।