अतिक्रमण हटाने गई टीम ने गलत स्थान पर की कार्यवाही: परिजनों ने बच्चे पर गर्म दूध फेकने का लगाया आरोप
छतरपुर। ईशानगर थाना क्षेत्र के ग्राम मड़ेलन पुरवा में अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप यह हैं कि जिस जगह का अतिक्रमण हटाने टीम गई थी वहां कार्यवाही न करते हुए दूसरे स्थान पर कार्यवाही की गई वह भी उस वक्त जब घर का मुखिया घर में नहीं था। इतना ही नहीं इस जबरन कार्यवाही के दौरान गृहस्थी के सामान को क्षति पहुंचाई गई और गर्म दूध से भरे बर्तन में कर्मचारियों ने लात मारी जिससे गर्म दूध घर में मौजूद बच्चे के ऊपर गिरा जिससे वह जल गया है। फिलहाल पीडि़तों ने ईशानगर थाने में शिकायत दी है।
मड़ेलन पुरवा निवासी बृजगोपाल यादव ने बताया कि वह वाहन चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। बीते रोज जब वह ड्यूटी पर गया हुआ था तभी उसके घर वन विभाग की टीम पहुंच गई। उस वक्त घर में बृजगोपाल की पत्नी, 13 वर्षीय पुत्री आस्था, 9 वर्षीय पुत्री पूजा और डेड़ वर्षीय पुत्र राज यादव मौजूद था। टीम ने अचानक आकर कार्यवाही शुरु कर दी। पहले तो मोटर पंप को कुंए में फेका गया इसके बाद घर के अंदर घुसकर पूरा समान इधर-उधर फेका गया। वहीं पास में रखे गर्म दूध के बर्तन को भी कर्मचारियों ने लात मारी जो डेढ़ वर्षीय राज के ऊपर गिरा और वह जलकर घायल हो गया। इसके बाद टीम मौके से चली गई। बृजगोपाल ने बताया कि उसके चाचा प्रभु पुत्र मुलुआ यादव शासकीय जमीन पर कब्जा किए हुए हैं जिसका प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। इस प्रकरण में न्यायालय ने क्या फैसला सुनाया यह तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन बृजगोपाल के ऊपर वन विभाग द्वारा इस तरह उसकी गैरमौजूदगी में कार्यवाही किया जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। फिलहाल पीडि़त परिवार ने अपनी शिकायत थाने में दर्ज कराई है और आज जनसुनवाई में वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस मामले की शिकायत की जाएगी।