डेली न्यूज़मध्यप्रदेश

नौगांव डिसलरी संचालक की मनमानी, ग्रामीण पलायन को मजबूर

ज़हरीले पानी की वजह से नदी एवं एक दर्जन से अधिक चेक डेमों में भरा प्रदुषित पानी, कुओं का पानी भी हुआ गंदा

तीन से पांच  किमी का क्षेत्र हो रहा प्रभावित , प्रशासन ने नहीं ली सुध

नौगांव -छतरपुर। नगर में स्थित डिसलरी  लोगों के  रोजगार का साधन तो न बन सकी लेकिन बरसात के दिनों में छोड़े जाने वाले जहरीले पानी से मध्य प्रदेश ओर उत्तर प्रदेश के एक दर्जन से अधिक गांव के  ग्रामीण विगत २५ सालों से परेशान है ओर दिन प्रतिदिन इनकी परेशानी  का कारण ओर बढ़ गया। कुंओ से लेकर खेतों तक यह जहरीला पानी इनको प्रभावित करने लगा। ग्रामीण लोग अब इस क्षेत्र से पलायन करने को  मजबूर होने लगे। डिसलरी  के पीछे स्थित लगभग पांच  किमी  का क्षेत्र जहरीले पानी का शिकार हो गया है  प्रशासन ने नोटिस जारी कर कार्यवाही करने की बात कही है।

नौगांव  से कुछ किमी दूर कॉक्स डिसलरी  मौजूद है इस डिसलरी  प्लांट से इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार तो नहीं मिला अगर मिला है तो प्रदूष्ण का मंकडज़ाल विगत २०-२५ सालों से डिसलरी  संचालक के द्वारा कई सरकारे आयी ओर गयी लेकिन अपनी हठ धर्मिता की वजह से प्रदूषण से क्ष्ेात्र के एक दर्जन गांव के लोगों को हलाकान कर दिया है। कई आंदोलन  हुये प्रदूषण  से लेकर कई राजनैतिक दलों के  दौरे हुये।  विधानसभा में भी सवाल उठाये गये लेकिन सबकुछ लीपा पोती  करने के बाद संचालक ने अपने हालात नहंी सुधारे।  अब २०-२५ सालों से लगातार फैलाये जा रहे प्रदूषण  से डिसलरी   के पीछे  स्थित स्लिम नदी में बरसात के दिनों में इकटठा किया गया पानी बढ़े पैमाने पर छोड़ा  जाता है। जिस कारण धसान तक मिलने वाली स्लिप  नदी लगभग ५ किमी से अधिक का एरिया अपने विषैली तत्वों  के कारण न केवल जमीन की उर्वरक  क्षमता  पर असर पड़ा।  हजारोंं जीव जंतु मछली सहित वह मृत हो गये नदी का पानी जिस जानवर  ने पी लिया वह अपंगता के साथ प्रजनन की क्षमता में कमी आ गयी। शिकायतें हुई डिसलरी  का घेराव हुआ क्रमश: आंदोलन हुये राजनैतिक दलों के लोगों ने दौरे  कर अपने निजी स्वार्थ सिद्ध किये अगर कुछ नहीं हुआ।  तो उस क्ष्ेात्र में रहने वाले ग्रामीणों का भला नहीं हुआ आज हालात यह है कि डिसलरी से लगातार छोड़े गये गंदे पानी से धसान नदी तक पहुंचते पहुचंते ५ चैक डेम जहरीले  पानी से भरे हुये है। सोशल  मीडिया पर  एक युवा मनीष मिश्रा के द्वारा जब समूची घटना के वीडयो और  फोटो डाले गये तो हर कोई देखकर हक्का वक्का  रह गया। मनीष के मुताबिक  इस क्ष्ेात्र में आने वाले ग्राम शिकारपुरा,  धौर्रा,  चन्द्रपुरा, गंज,  घिसल्ली,  रावतपुरा,  गर्रोली सहित ऐसे कई गांव है जहां  इसकी प्रदूषण  की हवा ओर जहरीले पानी से हलाकान है लगभग पंाच किलोमीटर  का  पूरा एरिया प्रदूषित  हो चुका है।  इस क्षेत्र के  कुओं में लाल जहरीला पानी तैर  रहा है। वायु प्रदूषण  से  नौगांव  की जनता को भी सुबह सुबह बदबूदार हवायें झकझोर के रख देती है ऐसा लगता है आसपास कोई लैट्रिन टैंक खुला हुआ है।  जब यह हवा पूर्णत: नगर के हर कोने जिस तरफ हवा चल रही है उधर पर मौजूद  रहती है तो समझते  देर नहंी लगती कि  डिसलरी  संचालक की मेहरवानी है।  

साल दर साल बढ़ रहा प्रदूषण, पलायन की आयेगी नौबत

एक तररफ प्रदेश  सरकार के मुखिया  जनमानष  के लिये विभिन्न योजनायें और  उनकी समस्याओ के निदान के लिये प्रशासन को आगाह करते है तो दूसरी तरफ जब मध्य प्रदेश और  उत्तर प्रदेश  के दर्जनों गांव के ग्रामीण  २० से २५ सालों से पीडि़त  है । इस इस किसी का ध्यान क्यों नहीं गया  उसकी प्रमुख वजह है ।  डिसलरी  संचालक  धनाढय व्यक्ति होने के कारण हर किसी  को अपने सिक्को  का मोहताज बना  लेता है और  जनता की समस्या जस की तरस रह जाती है ओर कई बार ऐसा होने के बाद उनकी हिम्मत हार जाती  है।  आंदोलन और प्रदर्शन करने पर कोई प्रभाव नहंी पड़ा। अब ग्रामाीणों  का कहना है कि इस प्रदूषण से अब पलायन करने को  मजबूर  होना पड़ेगा  वह  भी डिसलरी  संचालक के गुर्गे यह कहते फिरते है कि आप जमीन सस्से दामों मे सेठ को दे दो और  इसके बदले कहीं ओर  जमीन ले लो।

इनका कहना

आपके द्वारा जानकारी दी गई है जिसके चलते जल्द से जल्द इस प्रकरण पर कार्यवाही की जायेगी

विनय द्विवेदी एसडीएम नौगांव…..

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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