जिले में भाजपा दो फाड़: केंद्रीय मंत्री पर भड़की विधायक ललिता यादव-बोलीं, मंत्री जी पर लगे आरोप सही; वीरेंद्र खटीक बोले- बर्रइया के छत्ते में हाथ डाला है, अब तैयार रहें
Arvind Jain

छतरपुर। छतरपुर जिले की भाजपा में भारी अंतर्कलह और गुटबाजी मची हुई है। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी, सदस्यता अभियान चलाकर संगठन को मजबूत करने का प्रयास कर रही है तो वहीं दूसरी ओर छतरपुर जिले में पार्टी के वरिष्ठ नेता एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुटे हैं। दरअसल शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह ने बिना किसी का नाम लिए क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए उनके द्वारा महाराजपुर विधानसभा में नियुक्त किए गए सांसद प्रतिनिधि पर कई आरोप लगाए थे। रविवार को छतरपुर विधायक ललिता यादव ने मानवेन्द्र सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों का समर्थन किया, तो वहीं सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने मानवेन्द्र सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया।
ललिता यादव ने सांसद की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

छतरपुर। बीते रोज भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह द्वारा बिना नाम लिए छतरपुर-टीकमगढ़ सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे, वहीं रविवार को छतरपुर विधायक ललिता यादव ने भी सांसद की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की है। मीडिया से बात करते हुए विधायक ललिता यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि मानवेन्द्र सिंह द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वे काफी हद तक सच हैं। सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार को अपने प्रतिनिधि घोषित करने से पहले इसकी जांच करना चाहिए थी कि वे किसे जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांसद ने ऐसे लोगों को अपना प्रतिनिधि बनाया है जिन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा के विरोध में काम किया और पोलिंग बूथ पर बतौर कांग्रेसी एजेंट मौजूद रहे। इतना ही नहीं विधायक ललिता यादव ने यह भी कहा कि सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार का अपनी लोकसभा क्षेत्र के किसी भी विधायक के साथ सामंजस्य नहीं है जिस कारण से सभी विधायक उनसे परेशान हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. वीरेन्द्र कुमार पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और चुनाव में विजय दिलाने के लिए सभी विधायकों ने जी जान से मेहनत की है लेकिन उनके द्वारा पार्टी विरोधी लोगों को प्रतिनिधि बनाए जाने से हम दुखी हैं। रविवार को भाजपा कार्यालय में सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई सदस्यता अभियान की बैठक में शामिल न होने के सवाल पर ललिता यादव ने कहा कि उन्हें बैठक में बुलाया गया था लेकिन कुछ आवश्यक कार्यों के चलते वे बैठक में शामिल नहीं हुई हैं।
हमारे कार्यकर्ता को आयातित लोगों के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं: डॉ. वीरेन्द्र कुमार

रविवार को जिला भाजपा कार्यालय में सदस्यता अभियान संबंधी बैठक लेने पहुंचे सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार से जब उन पर लग रहे आरोपों पर सवाल किए गए तो सबसे पहले उन्होंने इस विषय की जानकारी न होने की बात कही। इसके बाद जब मीडियाकर्मियों ने उन्हें गत रोज पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री लालदीवान अहिरवार द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस तथा उनके द्वारा लगाए गए आरोपों से अवगत कराया तो सांसद ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कंबल ओढक़र घी पीने वालों को शब्दों का नाप तौल कर प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा सांसद ने कहा कि विरोध क्यों किया जा रहा है यह शोध का विषय है, इसका जवाब तो विरोध करने वाले अथवा मीडिया ही दे सकती है। सांसद ने कहा कि आरोप लगाने वालों को कोई रोक नहीं सकता। मैं उन्हें खुली चुनौती देता हूं कि एक आरोप सिद्ध करके बता दें। अब मुझे छेड़कर बर्रड्या के छत्ते में हाथ डाला है तो फिर आरोप लगाने वालों को तैयार रहना चाहिए। मानवेन्द्र सिंह का नाम लिए बगैर कहा ‘एक व्यक्ति को तकलीफ केवल इसलिए हो रही है कि वो वहां जो अवैध कारोबार कर रहे थे, मैंने उन्हें रुकवाया है। उससे तड़पकर इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मैं केवल उनको नहीं, उनके पूरे खानदान को चुनौती देता हूं, कि पूरा खानदान और उनके जितने रिश्तेदार हैं एक आरोप सिद्ध करके बता दें।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा- मैं तो सीधा-साधा व्यक्ति हूं। सीधा-साधा राजनीति करना जानता हूं। मैं कार्यकर्ताओं की साथ खड़ा हूं। कार्यकर्ताओं का अपमान नहीं होने दूंगा। मुझे अपने प्राणों की बाजी लगाने पड़ेगी तो लगाऊंगा।मैंने कभी भी अपने लिए राजनीति नहीं की है, मैं जनता और कार्यकर्ताओं के लिए लडऩे वाला व्यक्ति हूं। हमारे कार्यकर्ताओं को आयातित लोगों के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है, मैं हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा रहूंगा। यदि किसी को आपत्ति है तो वह संगठन में इसकी शिकायत कर सकता है। बीजेपी के कार्यकर्ता हमसे भी पहले के थे। उनसे भी पहले थे। अगर आयातित लोग ऐसे व्यक्ति, अगर कार्यकर्ताओं को सर्टिफिकेट देने लगे तो हमें किसी की सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। कार्यकर्ता पीढ़ियों से पार्टी का काम करता चला आ रहा है और करेगा। अगर उसके साथ कोई अन्याय करता है। तो हमें प्रशासन से बात करना पड़ेगा। लेकिन उसके साथ अन्याय नहीं होने देंगे। सांसद प्रतिनिधि पर लग रहे आरोपों पर उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपराधी है तो कानून इसकी जांच करे। सदस्यता अभियान की बैठक में जिले के विधायकों की अनुपस्थिति के सवाल पर सांसद ने कहा कि चूंकि यह संगठनात्मक बैठक है इसलिए जनप्रतिनिधि इसमें शामिल नहीं हुए हैं, हमने सदस्यता टोलियों के साथ बैठक कर सदस्यता अभियान की समीक्षा और आगे की कार्ययोजना तैयार की है।
पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये लगाए थे आरोप

गौरतलब हो शनिवार (14 सितंबर) को छतरपुर में पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भवर राजा और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री लाल दीवान अहिरवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि जो व्यक्ति अपराधी है। मर्डर जैसे केस हैं, कई अपराध दर्ज है। इन्होंने शासकीय जमीन में मकान बना रखा हैं, बूथ कैपचरिंग और खनन के आरोप हैं, ऐसे युवक लोकेन्द्र सिंह को केंद्रीय मंत्री और सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक ने अपना प्रतिनिधि बना रखा है। ऐसे अपराधियों को अगर केंद्रीय मंत्री संरक्षण देंगे तो क्षेत्र में अपराध बढ़ेंगे ..पूर्व मंत्री भवर राजा ने कहा शिकायतकर्ता (लाल दीवान अहिरवार) ने मुझे अपनी व्यथा बताई है और ऊपर भी शिकायत भेजी है। मेरे पास आए थे इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने अंतर्कलह की बात से किया इंकार

पिछले दो दिनों से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में चल रही जुबानी जंग को लेकर जब भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रभान सिंह गौतम से बात की गई तो उन्होंने अंतर्कलह की बात से इंकार करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के विचार अलग हो सकते हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि उनके बीच मनभेद है। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस विषय पर उन्हें अधिक बोलने की जरूरत नहीं है, सभी लोग वैचारिक रूप से स्वतंत्र हैं और सभी अपनी बात रख सकते हैं, फिलहाल हमारा ध्यान सदस्यता अभियान पर केन्द्रित है।
हकीकत तो यह है कि हमाम में सभी नंगे हैं। सीधे, सहज और सरल दिखने वाले केन्द्रीय मंत्री की सम्पत्ति में भी कई गुना इजाफा हुआ है। असल में इस अंतर्कलह के पीछे जिले के संसाधनों की लूट का मामला है। हर गुट अवैध कमाई की गंगा में हाथ धोने से पीछे नहीं रहना चाहता है। अवैध उत्खनन और रेत का काला धंधा भाजपा में मचे आपसी द्वंद की मुख्य वजह बताई जा रही है। रही बात भाजपा जिलाध्यक्ष की वह इतना सज्जन है कि उस बेचारे की कोई सुनता और मानता ही नहीं है। बस, नाम की जिलाध्यक्षी चल रही है, जिसकी भूमिका केवल प्रदेशाध्यक्ष के रबर स्टाम्प के रूप में रहती है।