ट्रंप के हनुमान ने बोला ‘जय श्रीकृष्ण’, पीएम मोदी के गुजरात से खास कनेक्शन, खास अंदाज में माता-पिता से कराया रूबरू – president donald trump fbi chief pick kash patel jai shri krishna welcome parents confirmation hearing

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Kash Patel: डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति का पद संभाल लिया है. इसके साथ ही विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों का दौर शुरू हो चुका है. प्रेसिडेंट ट्रंप ने FBI चीफ के लिए काश पटेल को नॉमिनेट किया है. सीनेट …और पढ़ें
काश पटेल कंफर्मेशन हियरिंग में सीनेट कमेटी के समक्ष पेश हुए. (फोटो: एपी)
हाइलाइट्स
- FBI चीफ पद के नॉमिनी काश पटेल कंफर्मेशन हियरिंग में हुए शामिल
- प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल को इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुना है
- काश पटेल के कंफर्मेश्न हियरिंग के उनके माता-पिता और बहन शामिल हुईं
वॉशिंगटन. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल को FBI चीफ के पद के लिए नॉमिनेट किया है. इस सिलसिले में वह कंफर्मेशन हियरिंग को लेकर सीनेट की ज्यूडिशियल कमेटी के समक्ष पेश हुए. इस दौरान कमेटी के सदस्यों के समक्ष उन्होंने अपनी बात रखी. शुरुआत में उन्होंने अपना परिचय दिया. साथ ही अपने माता-पिता और बहन से भी वहां मौजूद लोगों को रूबरू कराया. काश पटेल ने इस दौरान अपने माता-पिता और बहन का अभिवादन ‘जय श्रीकृष्ण’ बोलकर किया. बता दें कि काश पटेल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात से खास कनेक्शन है. काश पटेल का नाम कश्यप पटेल है. उनकी जड़ें भारत के गुजरात राज्य से जुड़ी हैं. उनके माता-पिता 70 के दशक में युगांडा से कनाडा पहुंचे थे. काश पटेल ने इस दौरान अपने माता-पिता के मिलने और शादी के बंधन में बंधने के बारे में भी बताया.
काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ. डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद FBI चीफ के पद के लिए काश पटेल का नाम आगे बढ़ाया. अब उनकी नियुक्ति को लेकर कंफर्मेशन हियरिंग चल रही है. इस सिलसिले में वह सीनेट की हाई-पावर्ड कमेटी के समक्ष पेश हुए. एफबीआई का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चुने गए काश पटेल ने गुरुवार को खुद को एक लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी के सही नेता के रूप में पेश किया. उन्होंने कहा किFBI ने जनता का विश्वास खो दिया है और अगर वह एजेंसी का डायरेक्टर बनते हैं तो उचित प्रक्रिया के साथ ट्रांसपेरेंसी लाएंगे. पटेल ने राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति अपनी वफादारी के बारे में सीनेट की कमेटी के सवालों का सामना किया और ब्यूरो में व्यापक बदलाव की बात कही. वह ट्रंप के वफादार हैं, जिन्होंने एफबीआई का नेतृत्व करने के लिए नॉमिनेट होने से पहले राष्ट्रपति की जांच को लेकर ब्यूरो की आलोचना की थी और दावा किया था कि 6 जनवरी के दंगाइयों के साथ जस्टिस डिपार्टमेंट द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था.
क्या बोले सीनेटर
सीनेट ज्यूडिशियल कमेटी टॉप डेमोक्रेट सीनेटर डिक डर्बिन ने कहा कि अमेरिका को आतंकवाद, हिंसक अपराध और अन्य खतरों से सुरक्षित रखने में एफबीआई की भूमिका महत्वपूर्ण है और राष्ट्र को एक एफबीआई डायरेक्टर की जरूरत है जो इस मिशन की गंभीरता को समझता है और इसके लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं चाहिए जो अपनी व्यक्तिगत राजनीतिक शिकायतों से ग्रस्त हो. पटेल को नवंबर में क्रिस्टोफर रे की जगह एफबीआई का डायरेक्टर बनाने के लिए चुना गया था. क्रिस्टोफर ने सात साल से अधिक समय तक देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी का नेतृत्व किया था. ट्रंप ने सत्ता संभालते ही उन्हें हटा दिया.
ट्रंप के प्रति वफादार
काश पटेल को ट्रंप का वफादार माना जाता है. उन्होंने कई बार इसे दिखाया भी है. वह हाउस इंटेलिजेंस कमेटी में भी रह चुके हैं. पिछले साल एक पॉडकास्ट में उन्होंने कहा था कि यदि वह एफबीआई के प्रभारी होते तो वह वॉशिंगटन में पेंसिल्वेनिया एवेन्यू पर ब्यूरो के मुख्यालय भवन को बंद कर देते और अगले दिन इसे डीप स्टेट के संग्रहालय के रूप में फिर से खोल देते. फिलहाल एफबीआई चीफ के पद पर नियुक्ति को लेकर कंफर्मेश्न हियरिंग चल रही है.
New Delhi,Delhi
January 30, 2025, 23:53 IST
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