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2025 में कहां लगाएं पैसा कि बने तगड़ा रिटर्न? नामी ब्रोकरेज ने दे दिया आपके सवाल का जवाब

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MOPW के अनुसार, 2025 में बाजार अस्थिर रहेंगे. इक्विटी, खासकर हाइब्रिड फंड्स, और सोना में निवेश की सलाह दी गई है. रियल एस्टेट, विशेषकर वाणिज्यिक संपत्तियां भी आकर्षक हैं. फिक्स्ड इनकम में निवेश प्रदर्शनशील क्रेड…और पढ़ें

मोतीलाल ओसवाल ने बताया है कि इस साल कहां पैसा लगाया जा सकता है.

हाइलाइट्स

  • MOPW ने इक्विटी, खासकर हाइब्रिड फंड्स में निवेश बढ़ाने की सलाह दी है.
  • स्थिर बाजार में क्रेडिट और प्राइवेट क्रेडिट रणनीतियों पर ध्यान दें.
  • सोना और वाणिज्यिक संपत्तियां भी आकर्षक निवेश विकल्प हैं.

नई दिल्ली. मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ (MOPW) का मानना है कि 2025 की पहली छमाही में भारतीय बाजारों में अस्थिरता बनी रह सकती है. इसका कारण वैश्विक और घरेलू घटनाओं का मिश्रण है, जिनमें अमेरिका में नई ट्रंप प्रशासन की नीतियां, चीन के व्यापार शुल्कों का प्रभाव और भारत का आगामी संघीय बजट शामिल हैं. निवेशकों को इस अवधि में ‘हाइब्रिड दृष्टिकोण’ अपनाने की सलाह दी जा रही है, जिसमें इक्विटी, फिक्स्ड इनकम, सोना और रियल एस्टेट में संतुलित आवंटन किया जाए.

MOPW ने मध्यम अवधि के लिए इक्विटी आवंटन बढ़ाने का सुझाव दिया है, खासकर हाइब्रिड इक्विटी-ओरिएंटेड फंड्स और शुद्ध इक्विटी रणनीतियों के माध्यम से. साथ ही, फिक्स्ड इनकम में 40%-50% का निवेश प्रदर्शनशील क्रेडिट और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) में करने की सलाह दी है. वैश्विक रुझानों और भारतीय रुपये (INR) के अवमूल्यन के कारण सोना एक मजबूत निवेश विकल्प बना हुआ है, वहीं रियल एस्टेट, विशेष रूप से वाणिज्यिक संपत्तियां, भी आकर्षक नजर आ रही हैं.

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MOPW के अनुसार, भारत की मैक्रोइकोनॉमिक स्थिरता और विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत स्थिति में हैं, जो देश की वृद्धि की संभावना को दर्शाते हैं. हालांकि, आने वाले महीनों में अमेरिका और अन्य वैश्विक घटनाओं से अस्थिरता की संभावना बनी रहेगी. MOPW ने निवेशकों से आय सीजन और जीडीपी वृद्धि की दिशा पर कड़ी नजर रखने की अपील की है, और उम्मीद जताई है कि इस साल बड़े कैप स्टॉक्स बेहतर प्रदर्शन करेंगे.

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निवेश रणनीतियां
इक्विटी आउटलुक: मध्यम अवधि के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण, सरकार द्वारा खर्च बढ़ाने और घरेलू निवेश में वृद्धि के कारण.
फिक्स्ड इनकम आउटलुक: स्थिर बाजार में क्रेडिट और प्राइवेट क्रेडिट रणनीतियों में निवेश करें.
गोल्ड आउटलुक: वैश्विक भंडार में अमेरिकी डॉलर के घटते हिस्से और रुपये के अवमूल्यन से सोना एक मजबूत निवेश है.
रियल एस्टेट आउटलुक: वाणिज्यिक रियल एस्टेट क्षेत्र में सकारात्मक वृद्धि का संकेत है.

यह रणनीतियां निवेशकों को आने वाले साल में अस्थिरता से बचने और मजबूत अवसरों का लाभ उठाने में मदद कर सकती हैं.

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2025 में कहां लगाएं पैसा कि बने तगड़ा रिटर्न? नामी ब्रोकरेज ने दे दिया जवाब


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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