जबलपुर-मंडला में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस जिस झारखंड के युवक को आरोपी मान रही थी, असल में मुख्य आरोपी मंडला का था। उसने अपने साथी के साथ मिलकर नाबालिग को बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। जबलपुर पुलिस ने मंडला के अभिषेक ठाकुर और हेमंत को गिरफ्तार कर शनिवार शाम कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
मामले के अनुसार जबलपुर के गढ़ा में रहने वाली 14 साल की नाबालिग की एक साल पहले स्नैपचैट पर राजन नाम के लड़के से दोस्ती हुई थी। 29 अप्रैल को वह अचानक घर से लापता हो गई और एक मई को वापस आई। उसने बताया कि एक दोस्त ने उसे कान्हा नेशनल पार्क घूमने के बहाने मंडला बुलाया। वहां एक सूने मकान में दुष्कर्म किया गया। गढ़ा थाना पुलिस ने राजन और उसके साथी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
झारखंड का राजन नहीं, मंडला का युवक निकला आरोपी
नाबालिग ने पुलिस को राजन का नाम बताया, जो झारखंड का था, लेकिन उसकी मोबाइल लोकेशन रांची में मिली। पूछताछ में लड़की ने खुलासा किया कि दुष्कर्म मंडला के एक युवक ने अपने दोस्त के घर ले जाकर किया। उसने दो मोबाइल नंबर दिए एक राजन का, दूसरा उस युवक का, जिसने बस में बात के दौरान उसे अपने साथ ले गया।
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बस में शुरू हुई वारदात
नाबालिग ने बताया कि वह राजन से मिलने रायपुर जा रही थी। बस में अभिषेक ने बहाने से उसका नंबर लिया और मंडला में उसे उतारकर होटल ले गया। फिर हेमंत के घर ले जाकर दुष्कर्म किया। अगले दिन उसे रायपुर की बस में बैठाया, लेकिन बस खराब होने पर वह जबलपुर लौट आई।
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पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से पकड़े आरोपी
गढ़ा थाना प्रभारी प्रसन्न शर्मा ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर मंडला के अभिषेक ठाकुर (22) और उसके साथी हेमंत (35) को गिरफ्तार किया। दोनों के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि शुरू में राजन पर शक था। तकनीकी साक्ष्यों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अभिषेक और हेमंत को गिरफ्तार किया गया। यह जटिल केस पुलिस की सूझबूझ और तकनीक से सुलझा।