मध्यप्रदेश

NEET UG results hearing today | NEET UG के रिजल्ट पर हाईकोर्ट में आज सुनवाई: NTA की ओर से जवाब होगा पेश; इंदौर में एग्जाम के बीच हुई थी बिजली गुल – Indore News

इंदौर में 11 सेंटर्स पर 600 से ज्यादा छात्रों की परीक्षा प्रभावित हुई थी।

NEET UG के रिजल्ट पर एमपी हाईकोर्ट की इंदौर बेंच द्वारा रोक लगाने के बाद आज फिर सुनवाई होगी। दरअसल, एग्जाम के दौरान तेज हवा और बारिश के कारण कई क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई थी। इससे कई स्टूडेंट्स पेपर तक नहीं पढ़ पाए थे, जिससे उनका पेपर बिगड़ गया।

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4 मई को तेज हवा-आंधी के चलते इंदौर में 11 सेंटर्स के 600 से ज्यादा छात्रों की परीक्षा प्रभावित हुई। इस मामले में आज NTA की ओर से जवाब पेश किया जाना है।

15 याचिकाओं पर एक साथ होगी सुनवाई

इस मामले में शनिवार को पांच अन्य याचिकाएं लगाई गई, जिन्हें मर्ज कर लिया गया है। ऐसे में 15 से ज्यादा याचिकाओं की एक साथ सुनवाई होगी। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कोर्ट ने यूजी के अंतरिम परिणाम पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा कि अंतिम फैसला होने तक रिजल्ट जारी न किया जाए।

इंदौर में तेज हवा-बारिश के बीच देर रात तक बिजली गुल रही थी।

16 मई को हुई सुनवाई में एनटीए की ओर से जवाब देने के लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे। उन्होंने हाईकोर्ट के समक्ष एनटीए का पक्ष रखते हुए कहा कि यदि पूरा रिजल्ट रोका गया तो सैकड़ों की संख्या में छात्र प्रभावित होंगे। बिजली गुल होने से प्रभावित 11 सेंटर की रिपोर्ट पर 2 दिन में जवाब पेश कर देंगे।

याचिकाकर्ता के वकील मृदुल भटनागर ने बताया कि पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने एनटीए, बिजली कंपनी और परीक्षा केंद्र को नोटिस जारी किए हैं। 30 जून तक सभी को जवाब पेश करना होगा। 4 मई को मध्यप्रदेश के 30 शहरों में हुई इस परीक्षा में करीब ढाई लाख छात्र शामिल हुए थे।

11 केंद्रों की बिजली चली गई, अंधेरा छा गया

इंदौर में 49 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां लगभग 27 हजार छात्रों ने परीक्षा दी। इसी दौरान अचानक मौसम बदल गया। तेज बारिश और करीब 120 किमी/घंटा की रफ्तार से चली आंधी ने पूरे शहर की बिजली व्यवस्था ठप कर दी। इसके चलते करीब 11 सेंटरों की बिजली चली गई और परीक्षा केंद्रों में अंधेरा छा गया।

पेपर तक नहीं पढ़ पा रहे थे, मोमबत्ती जलाई

बिजली गुल होने की वजह से कई छात्रों को मोमबत्ती और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पेपर देना पड़ा। घना अंधेरा होने के कारण बहुत से छात्र प्रश्नपत्र तक ठीक से पढ़ नहीं पाए। परीक्षा के बाद कई छात्र रोते हुए बाहर निकले।

प्रभावित अभ्यर्थियों का कहना है कि, उन्होंने पूरी मेहनत से तैयारी की थी, लेकिन खराब व्यवस्था ने उनका भविष्य संकट में डाल दिया। इंदौर के जिन 11 सेंटरों में बिजली गुल हुई, वहां करीब 600 छात्रों की परीक्षा सीधे तौर पर प्रभावित हुई।

यह पहला मौका था जब NTA ने शहर के सरकारी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए थे। यहां पावर बैकअप का कोई इंतजाम नहीं था। दूसरी परेशानी यह भी है कि नीट के अलावा मेडिकल, नर्सिंग, वेटरनरी, होम्योपैथी, आयुर्वेदिक कॉलेजों में एडमिशन का विकल्प नहीं है। छात्रों का पूरा साल बर्बाद हो जाएगा।

उज्जैन में भी बिजली गुल होने पर हुआ था हंगामा

उज्जैन के शासकीय माधव महाविद्यालय में नीट यूजी परीक्षा के दौरान बिजली गुल हो गई थी। इसके बाद छात्रों और अभिभावकों ने हंगामा किया। रूम नंबर-212 के परीक्षार्थियों का आरोप था कि लाइट जाने के बाद अन्य कमरों में तो अतिरिक्त समय दिया गया, लेकिन उन्हें कोई अतिरिक्त समय नहीं मिला, जबकि उनका पेपर भी देरी से शुरू हुआ था।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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