Public hearing: Fraud committed in Gwalior by posing as a journalist | ग्वालियर में खुद को पत्रकार बताने वाले ने की ठगी: पीएम आवास योजना के लिए पांच लोगों से 13 लाख रुपए लिए, ना मकान मिला न पैसा – Gwalior News

मोहम्मद साहिद मंसूर, जिसे खुद को पत्रकार बताकर युनूस खान ने ठगा है।
ग्वालियर में ठगी और धोखाधड़ी का एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने खुद को पत्रकार बताते हुए अपने ही समाज के लोगों को पीएम आवास योजना के तहत मकान दिलवाने का सपना दिखा कर करीब 13 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया।
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आरोपी ने पीड़ितों को पत्रकार की आईडी बनाकर योजना का लाभ दिलवाने का झांसा दिया। इसके बाद प्रेस की आईडी बनवा कर पांच लोगों से रुपए लिए। प्रत्येक व्यक्ति से 2.60 लाख रुपए के हिसाब से कुल 13 लाख रुपए की ठगी की गई। इसके बाद जल्द घर मिलने के नाम पर टालमटोल करता रहा।
लंबा समय बीतने के बाद मकान की आस में बैठे लोगों ने कथित पत्रकार द्वारा दिए चेक बैंक में लगाए तो वह बाउंस हो गए। जब मकान और पैसे कुछ नहीं मिला तो पीड़ित मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे। कथित पत्रकार युनूस खान पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मंगलवार को पुलिस जनसुनवाई में पहुंचे चावड़ी बाजार मीट मार्केट निवासी मोहम्मद शाहिद मंसूरी ने शिकायत की है। इसके अनुसार वह चावड़ी बाजार में परचून की दुकान चलाता है। उसकी दुकान पर युनूस खान निवासी कदम साहब की गोठ जनकगंज आता था। एक ही धर्म व समुदाय से होने पर उनमें जान पहचान हो गई थी। युनूस ने खुद को पत्रकार बताया था। उसने बताया कि पीएम आवास योजना में नगर निगम महलगांव में आवास बना रहा है। पत्रकार होने से प्रेस कोटे से कई आवास मिलेंगे। प्रेस कोटे से मिलने वाले आवासों को छह माह के अंदर मैं, तुम्हे दिला दूंगा। साथ ही विंध्याचल भोपाल से आवास संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिलाऊंगा। इसके बदले में उसने 9 लाख रुपए की मांग की। दो लाख रुपए पहले एडवांस मांगा फिर आवास प्रमाण पत्र मिलने के बाद शेष 7 लाख रुपए देने होंगे।
दस माह पहले दिए रुपए अभी तक नहीं मिला मकान मोहम्मद शाहिद मंसूरी ने बताया कि उसने युनूस की बातों पर भरोसा कर लिया और दस महीने पहले उसे दो लाख रुपए दिए थे। बदले में युनूस खान ने शाहिद मंसूरी की ग्वालियर खुशबू समाचार पत्र की मानसेवी पत्रकार की आईडी भी बनाई। जब समय गुजरता चला गया और लगभग दस महीने गुजर गए तो शाहिद मंसूरी ने अपने रुपए वापस मांगे। जिस पर युनूस ने कहा कि मैं, पत्रकार हूं। मेरा अधिकारियों के साथ उठना बैठना है। मैंने ऐसे ही कई लोगों के पैसे हड़प लिए हैं। यदि ज्यादा बोलेगा तो तेरे खिलाफ किसी भी थाने में झूठा मुकदमा दर्ज करा दूंगा। अब अपनी जान को खतरा बताकर पीड़ित ने मामले की शिकायत की है।
इस मामले में एएसपी शहर गजेंद्र सिंह वर्धमान का कहना है कि
एक युवक ने खुद को पत्रकार बताकर कुछ लोगों को पीएम आवास योजना के तहत बनने वाले मकान दिलाने का झांसा देकर ठगी की है। चार से पांच लोग ऐसे आए हैं। कुछ कोतवाली तो कुछ जनकगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। दोनों थानों के प्रभारी से बातचीत कर मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा है।
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