सात ऑपरेशन और दर्द की दास्तान, यह शख्स बने पुशअप मैन ऑफ इंडिया, अब तोड़ने जा रहे हैं नया रिकॉर्ड, पढ़ें कहानी

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Success story: रोहतास चौधरी, दिल्ली के खानपुर गांव के निवासी, ने 2007 के हादसे के बाद 722 पुशअप्स कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. अब उनका लक्ष्य 46 किलोग्राम वजन के साथ 500 पुशअप्स का रिकॉर्ड तोड़ना है.
रोहतास चौधरी
हाइलाइट्स
- रोहतास चौधरी ने 722 पुशअप कर गिनीज रिकॉर्ड तोड़ा.
- रोहतास का अगला लक्ष्य 46 किग्रा वजन के साथ 500 पुशअप करना है.
- योग और मेहनत से रोहतास ने अपनी जिंदगी बदली.
अंजलि सिंह राजपूत/नई दिल्ली. कहते हैं कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, और यही बात सच साबित हुई है दिल्ली के खानपुर गांव के रहने वाले रोहतास चौधरी पर. साल 2007 में हुए एक गंभीर हादसे के बाद, जब उन्होंने सात ऑपरेशन कराए, डॉक्टरों ने कहा था कि वे भविष्य में ठीक से चल भी पाएं तो बड़ी बात होगी, और वर्कआउट या बॉक्सिंग तो भूल ही जाएं. लेकिन ,रोहतास के अंदर बॉक्सिंग और खेल का जुनून कभी कम नहीं हुआ. दो साल बिस्तर पर पड़े रहने के दौरान उन्होंने इंटरनेट पर पुशअप के रिकॉर्ड्स की तलाश की, और यहीं से शुरू हुआ उनका ‘पुशअप मैन ऑफ इंडिया’ बनने का सफर.
हाल ही में, रोहतास ने 27.875 किलोग्राम वजन के साथ एक पैर पर एक घंटे में 722 पुशअप करके पाकिस्तान के रिकॉर्ड को तोड़ा और अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया. स्टेयर्स यूथ नेशनल गेम्स के दूसरे संस्करण और पहली बार आयोजित स्टेयर्स स्कूल गेम्स के उद्घाटन समारोह में उनसे खास बातचीत के दौरान रोहतास ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य अमेरिका के 46 किलोग्राम वजन के साथ 500 पुशअप का रिकॉर्ड तोड़ना है, जिसे वह जल्द ही हासिल कर भारत को समर्पित करेंगे.
बेचारा कहते थे लोग
रोहतास चौधरी ने बताया कि दसवीं कक्षा में उन्हें खेलों में जाने का जुनून जागा और उन्होंने बॉक्सिंग से अपने करियर की शुरुआत की, 2004 में पिता के निधन के बाद उन्होंने बॉक्सिंग के साथ-साथ परिवार के ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को भी संभाला. लेकिन, 2007 में एक ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए. उनकी रीढ़ की हड्डी समेत कई हड्डियों को चोट लगी. दो साल तक बिस्तर पर रहने के बाद सात ऑपरेशन हुए. डॉक्टरों ने जब उनसे पूछा कि क्या वे फिर कभी वर्कआउट कर पाएंगे, तो जवाब मिला कि फिलहाल बस अपने पैरों पर सही से चल पाना बड़ी बात होगी. लोग उन्हें ‘बेचारा’ कहने लगे थे, लेकिन रोहतास ने इस शब्द को अपनी जिंदगी से मिटाने का फैसला किया.
योग को बनाया सहारा
साल 2011 में उन्होंने योग को अपनाया और इसके जरिए अपनी जिंदगी बदल ली. योग की मदद से वे दोबारा अपने पैरों पर खड़े हो सके. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ने शुरू किए और बन गए ‘पुशअप मैन ऑफ इंडिया’. आज रोहतास चौधरी फिट इंडिया मूवमेंट के एक प्रेरणादायक आइकन हैं, जो अपनी मेहनत और जज़्बे से लाखों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं.
स्टेरॉयड पाउडर के बिना बनाई बॉडी
रोहतास चौधरी ने बताया कि आजकल के युवा बॉडी बनाने के चक्कर में स्टेरॉयड पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो असल में उनके शरीर के लिए जहर साबित हो रहा है. ये पाउडर धीरे-धीरे उनकी किडनी और लीवर को खराब कर सकता है और दिल की गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी स्टेरॉयड पाउडर का सेवन नहीं किया. उनकी दिनचर्या में सुबह उठकर एक सेब खाना शामिल है, जिसके बाद वर्कआउट करते हैं और अंकुरित अनाज खाते हैं. कई वर्षों से वे गेहूं का सेवन बंद कर चुके हैं और अपनी डाइट में हरी सब्जियां, मौसमी फल, दूध और दही को प्रमुखता देते हैं. इसी हेल्दी डाइट और कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने अपनी फिटनेस और बॉडी बनाई है. रोहतास का मानना है कि युवाओं को भी अपनी डाइट में इसी तरह से पौष्टिक और प्राकृतिक चीजें शामिल करनी चाहिए.
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