अजब गजब

पैसे बनाने में हमेशा काम आता है आईंस्‍टीन का आठवां अजूबा, हर महीने 500 बचाकर भी 5 साल में बना लेंगे मोटा फंड

Mutual Fund Investment tips: इंवेस्‍टमेंट की दुन‍िया के बारे में आम धारणा ये है क‍ि यहां मोटे पैसे वाला आदमी ही ट‍िक सकता है. लेक‍िन जानकारों की मानें तो ऐसा ब‍िल्‍कुल नहीं है. आप छोटे-छोटे इंवेस्‍टमेंट से बड़ा र‍िटर्न पा सकते हैं. अगर आप नौकरी करते हैं और घर की ज‍िम्‍मेदार‍ियां पूरी करते-करते आपकी जेब में स‍िर्फ 500 रुपये ही बच पाते हैं, तो आप इस रकम से भी इंवेस्‍टमेंट कर सकते हैं. जी हां, ये संभव है. आप सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, ज‍िसे आप SIP के नाम से जानते हैं, इससे शुरुआत कर सकते हैं. हर महीने आप स‍िर्फ 500 रुपये का न‍िवेश करके 5 से 10 साल में ठीक-ठाक पैसा बना सकते हैं.

वैसे इंवेस्‍टमेंट एक्‍सपर्ट का मानना है क‍ि अगर आपको म्‍यूचुअल फंड्स या SIP में इंवेस्‍ट करना है तो हमेशा लॉन्‍ग टर्म इंवेस्‍टमेंट के बारे में सोचना चाह‍िए, तभी ज्‍यादा से ज्‍यादा र‍िटर्न म‍िलता है. हालांकि न‍िवेश के ल‍िए हर महीने 500 रुपये एक छोटी राशि लग सकती है, लेकिन इस तरह के मामूली निवेश भी कंपाउंडिंग की शक्ति से लाभान्वित होते हैं. 5 साल में फाइनल पैसा बहुत बड़ा नहीं हो सकता है, लेकिन यह छोटे वित्तीय लक्ष्यों को जरूर पूरा कर सकते हैं.

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अगर हर महीने करें 500 रुपये का न‍िवेश
हर महीने अगर आप 5 साल के ल‍िए 500 रुपये का न‍िवेश करते हैं तो हर साल इस पर 12% की दर से ब्‍याज म‍िलेगा. 5 साल में आप टोटल 30,000 रुपये का न‍िवेश करेंगे, ज‍िस पर आपको 10,552 रुपये का अनुमानित रिटर्न म‍िलेगा. यानी 5 साल बाद 40,552 रुपये म‍िलेंगे. इस पर आपको कोई टैक्‍स नहीं देना होगा.

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अगर 10 साल तक इस न‍िवेश को जारी रखें तो?
अगर कोई निवेशक 10 साल तक इस योगदान को जारी रखने का निर्णय लेता है, तो उनका मैच्‍योर‍िटी अमाउंट भी कर मुक्त रहेगा. 10 साल में आप ₹60,000 इंवेस्‍ट करेंगे. आपको 12% प्रति वर्ष के ह‍िसाब से ब्‍याज म‍िलेगा. यानी अनुमानित रिटर्न ₹52,018 का होगा. 10 साल बाद फाइनल राशि ₹1.12 लाख होगी.

आख‍िर में, SIP निवेश छोटे-छोटे मासिक निवेश से भी धन संचय करने में मदद करता है. हालांकि, इसमें निरंतरता बहुत महत्वपूर्ण है. कई म्यूचुअल फंड योजनाओं, जैसे इक्विटी, डेट, या हाइब्रिड, का मूल्यांकन करना उचित है ताकि आप अपनी वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सबसे उपयुक्त योजना चुन सकें.


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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