29th Annual Group Meeting of Rabi-Pulses Project | रबी-दलहन परियोजना की 29वीं वार्षिक समूह बैठक: मोरक्को, लेबनॉन, मिस्र और किर्गिजस्तान के कृषि वैज्ञानिक हुए शामिल – Sehore News

अखिल भारतीय समन्वित रबी दलहन परियोजना की 29वीं वार्षिक समूह बैठक अमलाहा स्थित एफयूआरपी ईकार्डा में आयोजित की गई। बैठक में आधुनिक तकनीक जैसे स्पीड ब्रीडिंग और जीनोम एडिटिंग के उपयोग के बारे में बताया गया। इसके साथ ही भारत में दलहनों के लिए क्षेत्र विश
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बैठक में कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग डीएआरई, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की नई रणनीतियों पर चर्चा की। जिसका उद्देश्य भारत में दलहन सीड रिप्लेसमेंट रेट को बढ़ाना है। दलहन के उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है। इसके साथ ही किसानों को दलहन उत्पादकता बढ़ाने के लिए समर्थन देने के लिए भारत सरकार की विभिन्न नीतियों पर प्रकाश डाला गया।
बैठक में दलहन उत्पादन में हुई महत्वपूर्ण वृद्धि को रेखांकित किया गया। इस क्षेत्र में निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए सतत सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके साथ ही रबी दलहन फसलों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना को सुदृढ़ करने पर बल दिया।
बैठक में रबी दलहनों विशेष रूप से चना और मसूर के उत्पादन में उल्लेखनीय अनुसंधान और विकास गतिविधियों का अवलोकन प्रस्तुत किया गया। इस दौरान दलहन अनुसंधान और विकास में हुई प्रगति और उपलब्धियों पर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिससे आगे की समीक्षा और चर्चाओं की नींव रखी गई।
बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान के उपमहानिदेशक फसल विज्ञान डॉ तिलक राज शर्मा, कृषि आयुक्त डॉ. प्रवीन कुमार सिंह, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. सुनील चंद्र दुबे, आईसीएआर के सहायक महानिदेशक तिलहन एवं दलहन डॉ. संजीव गुप्ता, ईकार्डा साउथ एशिया एंड चाइना रीजनल प्रोग्राम के रीजनल कोऑर्डिनेट डॉ. शिव कुमार अग्रवाल, आईसीएआर-आईआईपीआर कानपुर निदेशक डॉ. गिरीश प्रसाद दीक्षित, परियोजना समन्वयक डॉ. शैलेश त्रिपाठी तथा मोरक्को, लेबनॉन, मिस्र और किर्गिज़स्तान से आए कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया ।
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