अजब गजब

नारी न अबला है न ही कमजोर…पहले था रोजगार का अभाव लेकिन अब दर्जनों महिलाओं को दे रहीं रोजगार

आदित्य कृष्ण/अमेठी : नारी ना अबला है ना कमजोर… महिलाओं के प्रति समाज की सोच बदलने लगी है. यह बदलाव उन महिलाओं की ही इच्छा शक्ति के बल पर आया है. यही कारण है कि महिलाएं आज तरक्की की ओर बढ़ रही है. प्रदेश के साथ-साथ अमेठी जिला भी महिलाओं की तरक्की की मिसाल बना है. महिलाएं आज आगे बढ़ रही हैं और महिलाएं आज हर क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं.

अमेठी की एक महिला हैं किरन, एक समय था जब किरन के पास रोजगार का अभाव था. लेकिन आज किरन के पास न सिर्फ खुद का रोजगार है बल्कि उन्होंने करीब 10 महिलाओं को रोजगार दे रखा है. एक जनपद एक उत्पाद योजना से जुड़ी किरन मूंज के प्रोडक्ट तैयार करती हैं और उन्हें बाजारों में बेचती हैं इसके साथ वे इस समूह को आगे भी बढ़ाने की ओर अग्रसर हैं.

2015 में समूह से जुड़ी किरन
किरन अमेठी जनपद के गौरीगंज तहसील के पूरे जुड़वन गांव की रहने वाली हैं. गौरीगंज तहसील की गांव की रहने वाली किरन 2015 में मां दुर्गा टोकरी निर्माण समूह में जुड़ी. किरन ने पहले छोटे स्तर पर अपने काम को शुरू किया. किरण ने पहले डलिया टोकरी कुर्सी मेज पेन बॉक्स दरी बनाने का काम शुरू किया, जब धीरे-धीरे उनके काम में वृद्धि होने लगी.

उन्होंने अपने काम में गांव की अन्य बेरोजगार महिलाओं को रोजगार देने का मन बनाया. और अपने साथ पहले इन्होंने तीन महिलाओं को जोड़ा फिर धीरे-धीरे इन्होंने करीब 10 महिलाओं को अपने समूह में जोड़ लिया और सभी को काम सिखाकर उनसे भी यह सामान तैयार करवाने लगी और आज उन महिलाओं को भी मुनाफा हो रहा है.

अलग-अलग सामानों की अलग-अलग दामों में होती है बिक्री
रोजगार से जुड़ी किरन बताती है कि अलग-अलग सामानों की अलग-अलग दामों में बिक्री होती है किसी सामान की 200 रुपये तो किसी सामान की 250 से 500 रुपये तक ब्रिक्री हो जाती है. खास बात यह है कि ये सभी सामान खराब होने वाले नहीं है और लंबे समय तक टिकाऊ और घरों की शोभा बढाने वाले हैं.

पहले थी रोजगार की समस्या अब हो रहा मुनाफा
बातचीत में किरन ने बताया की पहले रोजगार की समस्या थी पैसों की दिक्कत थी अपने पैसों की तंगी के कारण दूसरों का सहारा लेना पड़ता था, अपने काम पूरे नहीं होते थे. लेकिन आज उनके पास रोजगार है तो समूह में समान तैयार कर वे प्रतिदिन 2 से तीन हजार रुपये मुनाफा कमा लेती हैं. उनके साथ अन्य महिलाएं भी जुड़ी हैं जो सामान तैयार करती हैं और उनकी बिक्री कर वह भी मुनाफा कमा रही हैं समूह में फायदा हो रहा है. आगे जब काम बढ़ेगा तो रोजगार और बढ़ेगा.

Tags: Bihar News, Local18, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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